छतरपुर। जिले में पान की खेती करने वाले किसान एक बार फिर परेशान हैं. कड़ाके की ठंडी और कोहरे ने पान की खेती को पूरी तरह से तबाह कर दिया है. किसान अब सरकार से मुआवजे की आस लगाए हुए हैं. किसानों का कहना है कि ठंड और कोहरे की वजह से करीब 70 से 80 फीसदी फसल बर्बाद हो गई है. वहीं जिला प्रशासन लगातार मुआवजे की बात कर रहा हो, लेकिन अभी तक कोई भी सरकारी अमला उनके पास नहीं आया है.
बता दें जिले के गढ़ीमलहरा और महाराजपुर में पान की खेती बड़े स्तर पर होती है. जहां से पान पूरे भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी भेजा जाता है. इस बार पान की खेती पूरी तरह से तबाह हो चुकी है. फसल के नाम पर पान के डंठल ही रह गए हैं.
पान की खेती करने वाले कई किसान खेती छोड़कर दूसरे कामों में लग गए हैं. किसानों का कहना है कि पान की खेती में लगातार नुकसान होता है. लेकिन सरकार इस तरफ कोई ध्यान नहीं देती. हालांकि महाराजपुर विधायक नीरज दीक्षित जल्द ही पान विकास निगम बनाने की बता कही थी. जिससे पान की खेती करने वाले किसानों को काफी राहत मिलेगी.