भोपाल। मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के 22 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी और 100 दिन के रोजगार दिए जाने का वादा किया था. लेकिन इस योजना लाभ लेने के लिए युवाओ को परेशान होना पड़ रहा है. युवाओं का कहना है कि पंजीयन कराने के बाद भी अबतक इस योजना का लाभ उन्हें नहीं मिल पा रहा है.
प्रदेश सरकार की इस योजना का लाभ 21 से 30 वर्ष के युवाओं को दिया जाएगा. इस योजना के तहत पंजीयन करवाने वाले छात्रों का आरोप है कि जिस कार्य के लिए हमें फील्ड इंजीनियर, कांटेक्ट सुपरवाइजर, ऑफिस असिस्टेंट के लिए चुना गया था. लेकिन काम नहीं दिया गया है. सरकार द्वारा इस योजना के नाम पर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. उनका कहना है कि पढ़ाई के हिसाब से युवाओं को काम नहीं मिला है. ग्रेजुएशन के छात्रों को नल फिटिंग का काम करवाया जा रहा है. युवाओं ने कहा कि सरकार से हमारी मांग है कि एक महीनें काम करने के बाद भी हमें सेलरी नहीं मिली है. इसलिए तत्काल हमे सेलरी दी जाए.
मुख्यमंत्री कमलनाथ की युवा स्वाभिमान योजना पर अब सवाल खड़े हो रहे हैं. अबतक इस योजना के तहत हजारों की संख्या में युवाओं ने पंजीयन कराए हैं. लेकिन, उनका आरोप है कि न तो उन्हें ठीक से काम मिल रहा है और न ही पैसे. यही वजह है कि युवा सरकार की इस योजना के खिलाफ मोर्चा खोलते नजर आ रहे हैं.