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विधायक जीएस डामोर ने विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा इस्तीफा, क्या सदन में कमजोर हुई बीजेपी? - विधायक जीएस डामोर ने विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा इस्तीफा

रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता कांतिलाल भूरिया को चुनाव हराने वाले बीजेपी विधायक जीएस डामोर ने विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. बीजेपी ने मंगलवार को ही इसकी घोषणा की थी कि जीएस डामोर सांसद बने रहेंगे और विधायक पद से इस्तीफा देंगे.

बीजेपी विधायक जीएस डामोर ने विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा इस्तीफा
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Published : Jun 5, 2019, 10:05 PM IST

भोपाल। झाबुआ से बीजेपी विधायक गुमान सिंह डामोर ने विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. जिसे उन्होंने स्वीकार भी कर लिया है. डामोर विधायक रहते हुए रतलाम-झाबुआ सीट से लोकसभा चुनाव जीते हैं, जिसमें से उन्हें किसी एक पद से इस्तीफा देना था. मंगलवार को ही बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने इस बात की घोषणा की थी कि जीएस डामोर विधायक पद से इस्तीफा देंगे और सांसद बने रहेंगे.

डामोर के इस्तीफे के बाद मध्यप्रदेश में बीजेपी के विधायकों की संख्या 109 से घटकर 108 हो जाएगी, जबकि उनके इस्तीफे से प्रदेश की झाबुआ विधानसभा सीट भी खाली हो गई. यानि इस सीट पर नए विधायक के लिए अब उपचुनाव होगा. जीएस डामोर ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत भूरिया को हराया था, जबकि लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांतिलाल को ही हराया है. दोनों चुनाव जीतने से बीजेपी में पिछले कई दिनों से असमंजस की स्थिति बनी हुई थी कि डामोर को विधायक पद से इस्तीफा दिलवाया जाए या फिर सांसद पद से, लेकिन पार्टी ने अब उन्हें विधायक पद से इस्तीफा दिलवा दिया है.

जीएस डामोर के इस्तीफे का असर ये हुआ कि कांग्रेस जहां विधानसभा उपचुनाव जीतकर अपनी एक सीट बढ़ाने की कोशिश करेगी, वहीं बीजेपी भी अपनी सीट बरकरार रखने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेगी. हालांकि, डामोर के इस्तीफे से फिलहाल बीजेपी द्वारा लगातार कांग्रेस सरकार के गिर जाने की बयानबाजी अब कम होती जा रही है.

भोपाल। झाबुआ से बीजेपी विधायक गुमान सिंह डामोर ने विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. जिसे उन्होंने स्वीकार भी कर लिया है. डामोर विधायक रहते हुए रतलाम-झाबुआ सीट से लोकसभा चुनाव जीते हैं, जिसमें से उन्हें किसी एक पद से इस्तीफा देना था. मंगलवार को ही बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने इस बात की घोषणा की थी कि जीएस डामोर विधायक पद से इस्तीफा देंगे और सांसद बने रहेंगे.

डामोर के इस्तीफे के बाद मध्यप्रदेश में बीजेपी के विधायकों की संख्या 109 से घटकर 108 हो जाएगी, जबकि उनके इस्तीफे से प्रदेश की झाबुआ विधानसभा सीट भी खाली हो गई. यानि इस सीट पर नए विधायक के लिए अब उपचुनाव होगा. जीएस डामोर ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत भूरिया को हराया था, जबकि लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांतिलाल को ही हराया है. दोनों चुनाव जीतने से बीजेपी में पिछले कई दिनों से असमंजस की स्थिति बनी हुई थी कि डामोर को विधायक पद से इस्तीफा दिलवाया जाए या फिर सांसद पद से, लेकिन पार्टी ने अब उन्हें विधायक पद से इस्तीफा दिलवा दिया है.

जीएस डामोर के इस्तीफे का असर ये हुआ कि कांग्रेस जहां विधानसभा उपचुनाव जीतकर अपनी एक सीट बढ़ाने की कोशिश करेगी, वहीं बीजेपी भी अपनी सीट बरकरार रखने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेगी. हालांकि, डामोर के इस्तीफे से फिलहाल बीजेपी द्वारा लगातार कांग्रेस सरकार के गिर जाने की बयानबाजी अब कम होती जा रही है.

झाबुआ विधायक डामोर ने मप्र विधानसभा से दिया इस्तीफा,लोकसभा चुनाव में जीत के बाद दिया इस्तीफा।

भोपाल। मप्र की पन्द्रहवीं विधान सभा के लिये निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक 193-झाबुआ से निर्वाचित विधायक गुमान सिंह डामोर विधान सभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया गया है। जिसे विधानसभा के अध्यक्ष एन. पी.प्रजापति द्वारा 4  जून, 2019 को स्वीकार कर लिया गया है। गौरतलब है कि डामोर हाल ही में हुए लोकसभा आम चुनाव में रतलाम झाबुआ के लिए सांसद निर्वाचित हुए हैं।

जी एस डामोर के इस्तीफे के बाद मध्य प्रदेश में भाजपा के विधायकों की संख्या 109 से घटकर 108 हो जाएगी। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में जी एस डामोर ने झाबुआ सीट से चुनाव लड़ते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत भूरिया को करीब 10 हजार मतों से हराया था। पार्टी ने लोकसभा चुनाव में झाबुआ रतलाम सीट पर उन्हें फिर टिकट दिया था। डामोर ने लोकसभा चुनाव में पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया को करीब 90 हजार मतों से हराया। डामोर को लोकसभा से इस्तीफा दिलवाया जाए या फिर विधानसभा से इसको लेकर बीजेपी काफी असमंजस में थी। क्योंकि बीजेपी कि मध्य प्रदेश में विधायकों की संख्या 109 हैं और बीजेपी लगातार कांग्रेस की सरकार गिराने का दावा करती रहती है। ऐसे में माना जा रहा था कि लोकसभा में बीजेपी के पास 303 सीटें होने के कारण हो सकता है कि डामोर को लोकसभा से इस्तीफा देने के लिए कहा जाए। लेकिन मंगलवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह ने जी एस डामोर के मध्य प्रदेश विधानसभा से इस्तीफे देने की पुष्टि की। डामोर के इस्तीफे के बाद कांग्रेस की जहां एक सीट बढ़ने की उम्मीद जगी है। वहीं बीजेपी द्वारा लगातार सरकार गिराने की धमकी कमजोर होती नजर आ रही हैं। फिलहाल झाबुआ विधानसभा सीट के लिए उप चुनाव होंगे। बीजेपी जहां अपनी सीट बचाने की कोशिश करेगी वही सत्ताधारी दल कांग्रेस अपनी एक सीट बढ़ाने की कोशिश करेगी।
                       
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