भोपाल। झाबुआ से बीजेपी विधायक गुमान सिंह डामोर ने विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. जिसे उन्होंने स्वीकार भी कर लिया है. डामोर विधायक रहते हुए रतलाम-झाबुआ सीट से लोकसभा चुनाव जीते हैं, जिसमें से उन्हें किसी एक पद से इस्तीफा देना था. मंगलवार को ही बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने इस बात की घोषणा की थी कि जीएस डामोर विधायक पद से इस्तीफा देंगे और सांसद बने रहेंगे.
डामोर के इस्तीफे के बाद मध्यप्रदेश में बीजेपी के विधायकों की संख्या 109 से घटकर 108 हो जाएगी, जबकि उनके इस्तीफे से प्रदेश की झाबुआ विधानसभा सीट भी खाली हो गई. यानि इस सीट पर नए विधायक के लिए अब उपचुनाव होगा. जीएस डामोर ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता कांतिलाल भूरिया के बेटे विक्रांत भूरिया को हराया था, जबकि लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांतिलाल को ही हराया है. दोनों चुनाव जीतने से बीजेपी में पिछले कई दिनों से असमंजस की स्थिति बनी हुई थी कि डामोर को विधायक पद से इस्तीफा दिलवाया जाए या फिर सांसद पद से, लेकिन पार्टी ने अब उन्हें विधायक पद से इस्तीफा दिलवा दिया है.
जीएस डामोर के इस्तीफे का असर ये हुआ कि कांग्रेस जहां विधानसभा उपचुनाव जीतकर अपनी एक सीट बढ़ाने की कोशिश करेगी, वहीं बीजेपी भी अपनी सीट बरकरार रखने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेगी. हालांकि, डामोर के इस्तीफे से फिलहाल बीजेपी द्वारा लगातार कांग्रेस सरकार के गिर जाने की बयानबाजी अब कम होती जा रही है.