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चुनौतियों का सामना करना मेरी आदत, सामने कोई भी आए चुनाव जीत कर बताएंगेः दिग्विजय सिंह

भोपाल सीट से कांग्रेस प्रत्याशी बनाए जाने के बाद पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने पहली बार मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि इस बार का चुनाव मैं नहीं बल्कि कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता लड़ रहा है. उन्होंने कहा कि सामने कोई भी आए चुनाव जीतकर बताएंगे.

पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह
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Published : Mar 29, 2019, 3:41 AM IST

Updated : Mar 29, 2019, 10:13 AM IST

भोपाल। राजधानी भोपाल से कांग्रेस प्रत्याशी घोषित होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पहली बार मीडिया से रू-ब-रू हुए. उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सीएम कमलनाथ को धन्यवाद देता हूं कि मुझे भोपाल सीट से चुनाव लड़ने योग्य समझा. दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुझे चुनौतियों का सामना करने की आदत है. उन्होंने कहा कि पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ा जाएगा और सामने कोई भी आए चुनाव जीतकर बताएंगे.

दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैंने राहुल गांधी से पहले ही कह दिया था कि पार्टी जहां से चुनाव लड़ने के लिए कहेगी मैं तैयार रहूंगा. उन्होंने कहा कि सीएम कमलनाथ ने मुझ से कहा था कि आप कठिन सीट से चुनाव लड़ो. ऐसे में पार्टी ने मुझे भोपाल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की जिम्मेदारी दी है. उन्होंने कहा कि मैं उस सीट से चुनाव लड़ रहा हूं, जहां से पूर्व राष्ट्रपति शंकरदयाल शर्मा चुनाव लड़ते थे. दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैंने 1977 में जनता पार्टी की लहर में भी चुनाव जीता था, इसलिए मैं इस बात का ख्याल रखता हूं कि 'मैं जो भी कहता हूं वह करता हूं'.

मीडिया से बातचीत करते पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह

दिग्विजय सिंह ने कहा कि मेरे ऊपर जिसने भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए, मैंने उन आरोपों को प्रमाणित करने की चुनौती अपने विरोधियों को दी थी. कुछ ने खेद व्यक्त किया तो कुछ ने आरोप वापस ले लिए. जबकि उमा भारती ने भले ही आरोप वापस न लिए हों, लेकिन वे आरोपों को साबित भी नहीं कर पाईं. उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है. मैंने उन्हें खुलेआम बहस की चुनौती दी है. अगर शिवराज सिंह में दम है, तो मंच पर आएं और 15 साल बनाम 10 साल पर बहस करें.

सही बात करने से डरते हैं पीएम

वहीं पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि उनकी कथनी और करनी में फर्क है. गुजरात डेवलपमेंट मॉडल की बात करते हैं और उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाते हैं और गरीब जनता परेशान होती है. दिग्गी ने कहा कि मोदी सही बात करने से डरते हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की वैवाहिक स्थिति पर तंज कसते हुए कहा कि चुनाव में भरे जाने वाले नामांकन में उन्होंने अपना मैरिटल स्टेटस क्यों छुपाया, यहां तक कि वह कितना पढ़े हैं वह भी नामांकन पत्र में नहीं बताते हैं. दिग्गी ने कहा कि झूठे आंकड़े प्रस्तुत करना मोदी की आदत बन गई है.

दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी के 72 हजार के चुनावी वादे का सर्मथन करते हुए इसे एक अच्छा कदम बताया. उन्होंने प्रदेश की कांग्रेस सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि इस सरकार ने 76 दिन में वचन पत्र के 13 वादे पूरे किए हैं. उन्होंने कहा कि इस बार चुनाव मैं नहीं बल्कि कांग्रेस संगठन के हजारों-लाखों कार्यकर्ता लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैंने सीएम रहते हुए भोपाल में कई काम किए हैं, मेरी लड़ाई व्यक्ति विशेष से नहीं विचारधारा से है.

भोपाल। राजधानी भोपाल से कांग्रेस प्रत्याशी घोषित होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पहली बार मीडिया से रू-ब-रू हुए. उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सीएम कमलनाथ को धन्यवाद देता हूं कि मुझे भोपाल सीट से चुनाव लड़ने योग्य समझा. दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुझे चुनौतियों का सामना करने की आदत है. उन्होंने कहा कि पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ा जाएगा और सामने कोई भी आए चुनाव जीतकर बताएंगे.

दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैंने राहुल गांधी से पहले ही कह दिया था कि पार्टी जहां से चुनाव लड़ने के लिए कहेगी मैं तैयार रहूंगा. उन्होंने कहा कि सीएम कमलनाथ ने मुझ से कहा था कि आप कठिन सीट से चुनाव लड़ो. ऐसे में पार्टी ने मुझे भोपाल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की जिम्मेदारी दी है. उन्होंने कहा कि मैं उस सीट से चुनाव लड़ रहा हूं, जहां से पूर्व राष्ट्रपति शंकरदयाल शर्मा चुनाव लड़ते थे. दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैंने 1977 में जनता पार्टी की लहर में भी चुनाव जीता था, इसलिए मैं इस बात का ख्याल रखता हूं कि 'मैं जो भी कहता हूं वह करता हूं'.

मीडिया से बातचीत करते पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह

दिग्विजय सिंह ने कहा कि मेरे ऊपर जिसने भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए, मैंने उन आरोपों को प्रमाणित करने की चुनौती अपने विरोधियों को दी थी. कुछ ने खेद व्यक्त किया तो कुछ ने आरोप वापस ले लिए. जबकि उमा भारती ने भले ही आरोप वापस न लिए हों, लेकिन वे आरोपों को साबित भी नहीं कर पाईं. उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है. मैंने उन्हें खुलेआम बहस की चुनौती दी है. अगर शिवराज सिंह में दम है, तो मंच पर आएं और 15 साल बनाम 10 साल पर बहस करें.

सही बात करने से डरते हैं पीएम

वहीं पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि उनकी कथनी और करनी में फर्क है. गुजरात डेवलपमेंट मॉडल की बात करते हैं और उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाते हैं और गरीब जनता परेशान होती है. दिग्गी ने कहा कि मोदी सही बात करने से डरते हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की वैवाहिक स्थिति पर तंज कसते हुए कहा कि चुनाव में भरे जाने वाले नामांकन में उन्होंने अपना मैरिटल स्टेटस क्यों छुपाया, यहां तक कि वह कितना पढ़े हैं वह भी नामांकन पत्र में नहीं बताते हैं. दिग्गी ने कहा कि झूठे आंकड़े प्रस्तुत करना मोदी की आदत बन गई है.

दिग्विजय सिंह ने राहुल गांधी के 72 हजार के चुनावी वादे का सर्मथन करते हुए इसे एक अच्छा कदम बताया. उन्होंने प्रदेश की कांग्रेस सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि इस सरकार ने 76 दिन में वचन पत्र के 13 वादे पूरे किए हैं. उन्होंने कहा कि इस बार चुनाव मैं नहीं बल्कि कांग्रेस संगठन के हजारों-लाखों कार्यकर्ता लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैंने सीएम रहते हुए भोपाल में कई काम किए हैं, मेरी लड़ाई व्यक्ति विशेष से नहीं विचारधारा से है.

Intro:भोपाल। भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी घोषित होने के बाद दिग्विजय सिंह आज पहली बार प्रेस से मुखातिब हुए। उन्होंने जहां राहुल गांधी और कमलनाथ का धन्यवाद किया कि उन्हें भोपाल सीट से चुनाव लड़ने योग्य समझा। वहीं उन्होंने कहा कि यह चुनाव में नहीं लड़़ूगा। संगठन के हजारों लाखों कार्यकर्ता लड़ेंगे,पूरी दमखम से चुनाव लड़ा जाएगा और सामने कोई भी आए चुनाव जीत कर बताएंगे। वहीं उन्होंने शिवराज सिंह और नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा और न्यूनतम आमदनी योजना को लेकर राहुल गांधी की जमकर तारीफ की।

नोट - प्रेस कॉन्फ्रेंस की फीड आफिस के कैमरे से भेजी गई है।


Body:भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी दिग्विजय सिंह ने चुनाव लड़ने के फैसले के बारे में बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मेरे से कहा था कि राजगढ़ से तो आप चुनाव लड़ते रहे हो, किसी कठिन सी सीट से चुनाव लड़ो।मैंने उनसे कहा कि पार्टी जहां से बोलेगी, मैं चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूं। मैं जब राहुल गांधी से मिला, तो मैंने राहुल गांधी से कहा कि मुझे कहीं से भी चुनाव लड़ा दो, मैं तैयार हूं और मुझे चुनौतियों का सामना करने की आदत है। मैं आभारी हूं मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का आज उन्होंने मुझे भोपाल सीट से लड़ने का अवसर दिया जहां से पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा चुनाव लड़ते थे। उन्होंने कहा कि शंकर दयाल शर्मा ने नए भोपाल की नींव रखी थी. भोपाल को राजधानी का दर्जा और भेल की आधारशिला रखने में उनकी भूमिका थी। मौजूदा भोपाल बनाने का श्रेय शंकर दयाल शर्मा को जाता है। मैंने 1977 में चुनाव लड़ा था,तब जनता पार्टी की लहर थी और में पहली बार विधायक बन कर आया था। मैं अपने राजनीतिक जीवन में इस बात का ख्याल रखता हूं कि जो भी कहता हूं, वह करता हूं।

दिग्विजय सिंह ने कहा कि मेरे ऊपर जिसने भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए, मैंने उन आरोपों को प्रमाणित करने की चुनौती अपने विरोधियों को दी। पटवा जी और विक्रम वर्मा जी ने तो आरोप वापस ले लिए और बाकायदा खेद भी व्यक्त किया।उमा भारती ने अभी आरोप वापस लिए नहीं है, लेकिन साबित भी नहीं कर पायी। 15 साल तक बीजेपी मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार के प्रमाण ढूंढती रही। एक प्रकरण जिसमें विधानसभा में नियुक्तियां की गई थी, उसमें भ्रष्टाचार के आरोप मेरे ऊपर लगाए। जबकि यह भर्ती कैबिनेट की मंजूरी से हुई थी।15 साल में शिवराज सिंह ने व्यापमं, नर्मदा उत्खनन, ई टेंडर घोटाला, पोषण आहार घोटाला किया। मैं तो कहता हूं कि शिवराज सिंह का परिवार इन घोटालों में शामिल है। शिवराज सिंह डरते हैं, मैंने खुलेआम बहस की चुनौती दी है। अगर शिवराज सिंह में दम है, तो मंच पर आएं और 15 साल बनाम 10 साल पर बहस करें।

वहीं उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम मोदी को देख लीजिए। जब वह मुख्यमंत्री थे तो क्या बात करते थे और आज प्रधानमंत्री हैं तो क्या बात करते हैं। वह गुजरात डेवलपमेंट मॉडल की बात करते हैं, जिस मॉडल में कुछ चुने हुए उद्योग पतियों को फायदा पहुंचाया गया और गरीब जनता परेशान हो गई। पीएम मोदी सही बात कहने से क्यों डरते हैं। चुनाव में भरे जाने वाले नामांकन में अपना मैरिटल स्टेटस क्यों छुपाया, यहां तक कि वह कितना पढ़े हैं वह भी नामांकन पत्र में नहीं बताते हैं। झूठे आंकड़े प्रस्तुत करना मोदी की आदत बन गई है। राहुल जी ने सही कहा है कि नोटबंदी के बाद हर दिन 27 हजार नौकरियां कम हुई हैं। साहसिक फैसला लेने की बात करते हैं और बिना नए नोट छापे 87% करेंसी बाजार से हटा देते हैं। अभी एक वीडियो सामने आया है और बीजेपी के एक्स एमएलए ने भी आरोप लगाया है कि अमित शाह के लोगों ने 32% कमीशन ले कर नोट बदले हैं। प्रधानमंत्री मोदी के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के विवेकानंद फाउंडेशन ने रिपोर्ट दी थी कि नोटबंदी के बाद 24 लाख करोड़ का काला धन वापस आएगा,काला धन तो वापस नहीं आया। बल्कि यहां का पैसा मोदी जी के उद्योगपति मित्र लेकर भाग गए।

राफेल की बात करें मोदी ने बिना कैबिनेट को बताए बिना मंजूरी लिए कम रॉफेल खरीद लिए।जबकि जरूरत 126 फाइटर प्लेन की थी और खरीद सिर्फ 36 गए।आजकल चोरी के बाद सीनाजोरी कर रहे हैं। बीजेपी ई पीसीयू के खिलाफ है, सबकी हालत बिगड़ रही है। 30 हजार करोड़ के कर्ज में डूबे गुजरात पेट्रोलियम कारपोरेशन को ओएनजीसी पर दबाव बनाकर आर्थिक मदद दिलाई गई। वहीं अपने मित्रों को फायदा दिलाने के लिए एलआईसी को कमजोर किया जा रहा है। मोदी राज में नफरत फैलाई जा रही है। यह देश भारत की परंपरा और संस्कृति के आधार पर चलेगा कि झूठ के आधार पर चलेगा।

मैं राहुल जी को बधाई देता हूं, जिन्होंने न्यूनतम आमदनी देने का वादा किया है। जो 32 फ़ीसदी लोग गरीबी रेखा के नीचे हैं, उनके लिए 72 हजार सालाना मदद की जाएगी।इसके लिए जीडीपी का 1. 3 % खर्च करना होगा।मैं कमलनाथ जी को बधाई देता हूं कि उन्होंने 76 दिन में 13 सी वादे पूरे किए। एक पूर्व मंत्री छटपटाए हुए हैं, सरकार गिराने में लगे हुए हैं।उनका कहना है कि कोई कर्ज माफ नहीं हुआ है।हमारे संगठन के लोगों ने उन्हें सूची सौंप दी है। झूठ फैलाना इनका चरित्र है।


Conclusion:वहीं दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा, संगठन के हजारों लाखों कार्यकर्ता चुनाव लड़ेंगे।पूरे दमखम से चुनाव लड़ा जाएगा और कोई भी सामने आ जाए,जीत कर दिखाऊंगा। मेरी लड़ाई व्यक्ति विशेष से नहीं विचारधारा से है। बीजेपी दिग्विजय सिंह की देश विरोधी छवि बनाने की कोशिश पर उन्होंने कहा के संघ सांस्कृतिक संगठन है और अपने आप को हिंदूवादी संगठन कहता है।मैं हिंदू हूं तो मेरे से ऐतराज़ क्यों है। मैं अपने धर्म का ढिंढोरा नहीं पीटता हूं। उसका राजनीतिक लाभ नहीं लेता हूं। सभी धर्म में प्रेम और सद्भाव का रास्ता दिखाते हैं, राजनीति बांटने का काम करती है।

वहीं उन्होंने भोपाल के लिए विजन डॉक्यूमेंट पेश करने की बात की और उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने भोपाल के लिए कई काम किए। दिग्विजय सिंह ने बताया कि देश में कोई भी राज्य सुप्रीम कोर्ट को नेशनल जुडिशल अकादमी के लिए जमीन देने तैयार नहीं था। मैंने सुप्रीम कोर्ट को जमीन देकर भोपाल में अकादमी बनवाई और आज देशभर के जज भोपाल में ट्रेनिंग लेने के लिए आते हैं। मैंने वीआईपी रोड बनवाई, आरजीपीवी यूनिवर्सिटी खोली। उन्होंने कहा कि बीजेपी कांग्रेस मुक्त भारत की मानसिकता वाली पार्टी है। इस मानसिकता के खिलाफ लड़ाई लड़ूगा। लोकतंत्र की कल्पना बिना विपक्ष के नहीं की जा सकती है, यह तो बाबा साहब का संविधान भी नहीं कहता है।
Last Updated : Mar 29, 2019, 10:13 AM IST
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