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शत्रुघ्न सिन्हा के हेडगेवार और जिन्ना पर दिये बयान से गरमाई सियासत, कांग्रेस ने इस तरह किया बचाव

कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा के एक बयान पर मध्यप्रदेश की सियासत गरमा गयी है. कांग्रेस का कहना है कि शत्रुघ्न सिन्हा का बयान उनके भाषण का एक हिस्सा है.

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Published : Apr 27, 2019, 6:08 PM IST

शत्रुघन सिन्हा

भोपाल। कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा के एक बयान पर मध्यप्रदेश की सियासत गरमा गयी है. कांग्रेस का कहना है कि शत्रुघ्न सिन्हा का बयान उनके भाषण का एक हिस्सा है. प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि इतिहास साक्षी है कि हेडगेवार और जिन्ना दोनों कांग्रेस के पार्टी के हिस्सा रहे. लेकिन सभी ने समय के हिसाब से अपना रास्ता चुना और अलग हो गये.

शत्रुघन सिन्हा के बयान पर कांग्रेस

भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि कांग्रेस की उदारता को कट्टरपंथियों ने कभी पसंद नहीं किया. ना हेडगेवार ने पसंद किया और ना ही जिन्ना ने. उनका कहना है कि कांग्रेस का जो योगदान है, वह देश के सामने है. वहीं जिन्ना की असफलता पाकिस्तान के रूप में दुनिया के सामने है.

छिंदवाड़ा में सीएम कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ के पक्ष में प्रचार करने पहुंचे शत्रुघ्न सिन्हा ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुये कहा था कि 'कांग्रेस महात्मा गांधी से लेकर सरदार वल्लभभाई पटेल, मोहम्मद अली जिन्ना, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सुभाष चंद्र बोस से लेकर राहुल गांधी जैसे नेताओं की पार्टी है. जिनका देश के विकास और तरक्की के अलावा देश की आजादी में भी विशेष योगदान रहा है.'

शत्रुघन सिन्हा के इस बयान जमकर सियासत हो रही है. इस बयान के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस का कहना है कि सिन्हा ने अपने बयान में इतिहास के संदर्भ का उल्लेख किया है और वह सच भी है. कांग्रेस ने देश को एक करने का काम किया, लेकिन जो कट्टरपंथी विचारधारा के लोग थे, उन्होंने आगे चलकर अलग रास्ते पकड़ लिए. जिनमें जिन्ना शामिल है तो हेडगेवार भी शामिल हैं.

भोपाल। कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा के एक बयान पर मध्यप्रदेश की सियासत गरमा गयी है. कांग्रेस का कहना है कि शत्रुघ्न सिन्हा का बयान उनके भाषण का एक हिस्सा है. प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि इतिहास साक्षी है कि हेडगेवार और जिन्ना दोनों कांग्रेस के पार्टी के हिस्सा रहे. लेकिन सभी ने समय के हिसाब से अपना रास्ता चुना और अलग हो गये.

शत्रुघन सिन्हा के बयान पर कांग्रेस

भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि कांग्रेस की उदारता को कट्टरपंथियों ने कभी पसंद नहीं किया. ना हेडगेवार ने पसंद किया और ना ही जिन्ना ने. उनका कहना है कि कांग्रेस का जो योगदान है, वह देश के सामने है. वहीं जिन्ना की असफलता पाकिस्तान के रूप में दुनिया के सामने है.

छिंदवाड़ा में सीएम कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ के पक्ष में प्रचार करने पहुंचे शत्रुघ्न सिन्हा ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुये कहा था कि 'कांग्रेस महात्मा गांधी से लेकर सरदार वल्लभभाई पटेल, मोहम्मद अली जिन्ना, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सुभाष चंद्र बोस से लेकर राहुल गांधी जैसे नेताओं की पार्टी है. जिनका देश के विकास और तरक्की के अलावा देश की आजादी में भी विशेष योगदान रहा है.'

शत्रुघन सिन्हा के इस बयान जमकर सियासत हो रही है. इस बयान के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस का कहना है कि सिन्हा ने अपने बयान में इतिहास के संदर्भ का उल्लेख किया है और वह सच भी है. कांग्रेस ने देश को एक करने का काम किया, लेकिन जो कट्टरपंथी विचारधारा के लोग थे, उन्होंने आगे चलकर अलग रास्ते पकड़ लिए. जिनमें जिन्ना शामिल है तो हेडगेवार भी शामिल हैं.

Intro:भोपाल। छिंदवाड़ा में मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके बेटे नकुल नाथ के प्रचार में पहुंचे हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए शत्रुघ्न सिन्हा के एक बयान को लेकर सियासत शुरू हो गई है। छिंदवाड़ा में सिन्हा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस महात्मा गांधी से लेकर सरदार वल्लभभाई पटेल, मोहम्मद अली जिन्ना, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी,सुभाष चंद्र बोस से लेकर राहुल गांधी जैसे नेताओं की पार्टी है। जिनका देश के विकास और तरक्की के अलावा देश की आजादी में भी विशेष योगदान रहा है। सिन्हा के बयान जमकर सियासत हो रही है।इस बयान के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस का कहना है कि सिन्हा ने अपने बयान में इतिहास के संदर्भ का उल्लेख किया है और वह सच भी है। कांग्रेस ने देश को एक करने का काम किया, लेकिन जो कट्टरपंथी विचारधारा के लोग थे, उन्होंने आगे चलकर अलग रास्ते पकड़ लिए। जिनमें जिन्ना शामिल है तो हेडगेवार भी शामिल हैं।


Body:मप्र कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि शत्रुघ्न सिन्हा एक भाषण में कहा है और इतिहास साक्षी है कि हेडगेवार भी कांग्रेस के सदस्य रहे हैं और जिन्ना भी कांग्रेस पार्टी के हिस्सा रहे हैं। लेकिन जब अंग्रेजों ने कांग्रेस पार्टी को तोड़ने के लिए इन लोगों को मोटिवेट किया,तो हेडगेवार यह कहकर कांग्रेस से अलग हो गए कि कांग्रेस मुस्लिमों की पार्टी है। जिन्ना यह कह कर अलग हो गए हैं कि कांग्रेस हिंदुओं की पार्टी है। विविधताओं को समेटने का काम कांग्रेस ने किया है। उसके लिए उधार मना चरित्र चाहिए। कांग्रेस की उदारता कट्टरपंथियों ने कभी पसंद नहीं किया। ना हेडगेवार ने पसंद किया और ना ही जिन्ना ने पसंद किया। इतिहास का हिस्सा है, कांग्रेस का जो योगदान है, वह देश के सामने हैं। जिन्ना की असफलता पाकिस्तान के रूप में दुनिया के सामने है।


Conclusion:भूपेंद्र गुप्ता का कहना है कि यह संदर्भ से हट कर बात नहीं है। इतिहास का हिस्सा है। जब महात्मा गांधी और लोकमान्य तिलक जैसे महान नेताओं ने कांग्रेस का आंदोलन खड़ा किया, तो सब लोग एक साथ हैं। लेकिन समय के साथ अपनी अपनी राह पकड़ कर चले गए। जिन्ना ने कांग्रेस पार्टी पर हिंदूवादी होने का आरोप लगाया और हेडगेवार ने मुस्लिम परस्त होने का आरोप लगाया और वह अपने अपने रास्ते पर निकल गएःआज उसी रास्ते पर संघर्ष कर रहे हैं। कांग्रेस का अपना रास्ता एक था। पूरे देश की विविधताओं को समेटकर एक राष्ट्र के रूप में खड़ा करना है। छोटी-छोटी विविधताओं को दूर करना है। भाषाई विविधताओं को दूर करना है। कांग्रेस ने करके दिखाया और आज देश भारत के रूप में खड़ा है।
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