ETV Bharat / state

कहने को तो दिग्गी राजा के सबसे खास, लेकिन टिकट ना मिलने पर निकाल रहे हैं भड़ास - बीजेपी

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के करीबी गोविंद गोयल भोपाल लोकसभा सीट से टिकट नहीं मिलने पर नाराज बताए जा रहे हैं. गोविंद सोशल मीडिया पर अपने कमेंट और पोस्ट के जरिए भड़ास निकालते नजर आ रहे हैं. हालांकि पार्टी से नाराजगी होने से वे इंकार भी कर रहे हैं.

कांग्रेस नेता गोविंद गोयल
author img

By

Published : Apr 10, 2019, 3:18 PM IST

भोपाल। सूबे की सियासत में कांग्रेस के कद्दावर नेता गोविंद गोयल हमेशा सुर्खियों में रहते हैं. इनके बयान हमेशा चौंकाने पर मजबूर कर देते हैं. अब गोविंद गोयल भोपाल लोकसभा सीट से टिकट नहीं मिलने पर नाराज बताए जा रहे हैं और सोशल मीडिया पर अपने कमेंट और पोस्ट के जरिए अपनी भड़ास निकाल रहे हैं, हालांकि वो पार्टी से नाराजगी की बात से भी इंकार करते हैं.

गोविंद गोयल का कहना है कि मैं खुद को भोपाल लोकसभा सीट से दावेदार नहीं मानता था, लेकिन भोपाल की जनता यह सोचती थी कि मैं एक उपयुक्त उम्मीदवार हूं. जहां तक मेरी जानकारी है और मेरी समझ है कि लोगों का प्यार मुझे मिला है. उसके बाद पार्टी हाईकमान ने जो फैसला किया, उसमें मैं कुछ नहीं कर सकता. सोशल मीडिया पर नाराजगी जाहिर करने के सवाल पर उनका कहना है कि मेरी किसी बात को लेकर नाराजगी नहीं है. कई बातें ऐसी हैं, जो मैं तथ्यपूर्वक बोलता हूं. अगर मुझसे कोई जवाब मांगेगा, तो मैं जवाब दूंगा. उन्होंने कहा कि बाकी मैंने किसी व्यक्ति, किसी संस्था और किसी समाज के प्रति कभी कोई कमेंट नहीं किया है, जो किसी को अनुचित लगे.

अपनी पार्टी से नाराज बताए जा रहे कांग्रेस नेता गोविंद गोयल।
पार्टी से नाराजगी के सवाल पर और दिग्विजय सिंह के पक्ष में प्रचार की बात पर गोविंद गोयल कहते हैं कि उनकी कोई नाराजगी नहीं है. उन्होंने कहा कि नाराजगी होगी भी, तो वे अब क्या कर सकते हैं, इसलिए हंसते रहो और आगे बढ़ते रहो. बता दें कि गोविंद गोयल दिग्विजय सिंह के करीबी माने जाते हैं. बता दें कि उन्होंने विधानसभा चुनाव में गोविंदपुरा विधानसभा सीट से दावेदारी भी थी, लेकिन टिकट नहीं मिलने से वे नाराज बताए जा रहे थे. माना जा रहा था कि भोपाल से दिग्विजय सिंह को टिकट मिलने के बाद उनकी नाराजगी दूर हो जाएगी, लेकिन वे अभी भी पार्टी से नाराज हैं, क्योंकि उनकी मंशा खुद लोकसभा चुनाव लड़ने की थी.

भोपाल। सूबे की सियासत में कांग्रेस के कद्दावर नेता गोविंद गोयल हमेशा सुर्खियों में रहते हैं. इनके बयान हमेशा चौंकाने पर मजबूर कर देते हैं. अब गोविंद गोयल भोपाल लोकसभा सीट से टिकट नहीं मिलने पर नाराज बताए जा रहे हैं और सोशल मीडिया पर अपने कमेंट और पोस्ट के जरिए अपनी भड़ास निकाल रहे हैं, हालांकि वो पार्टी से नाराजगी की बात से भी इंकार करते हैं.

गोविंद गोयल का कहना है कि मैं खुद को भोपाल लोकसभा सीट से दावेदार नहीं मानता था, लेकिन भोपाल की जनता यह सोचती थी कि मैं एक उपयुक्त उम्मीदवार हूं. जहां तक मेरी जानकारी है और मेरी समझ है कि लोगों का प्यार मुझे मिला है. उसके बाद पार्टी हाईकमान ने जो फैसला किया, उसमें मैं कुछ नहीं कर सकता. सोशल मीडिया पर नाराजगी जाहिर करने के सवाल पर उनका कहना है कि मेरी किसी बात को लेकर नाराजगी नहीं है. कई बातें ऐसी हैं, जो मैं तथ्यपूर्वक बोलता हूं. अगर मुझसे कोई जवाब मांगेगा, तो मैं जवाब दूंगा. उन्होंने कहा कि बाकी मैंने किसी व्यक्ति, किसी संस्था और किसी समाज के प्रति कभी कोई कमेंट नहीं किया है, जो किसी को अनुचित लगे.

अपनी पार्टी से नाराज बताए जा रहे कांग्रेस नेता गोविंद गोयल।
पार्टी से नाराजगी के सवाल पर और दिग्विजय सिंह के पक्ष में प्रचार की बात पर गोविंद गोयल कहते हैं कि उनकी कोई नाराजगी नहीं है. उन्होंने कहा कि नाराजगी होगी भी, तो वे अब क्या कर सकते हैं, इसलिए हंसते रहो और आगे बढ़ते रहो. बता दें कि गोविंद गोयल दिग्विजय सिंह के करीबी माने जाते हैं. बता दें कि उन्होंने विधानसभा चुनाव में गोविंदपुरा विधानसभा सीट से दावेदारी भी थी, लेकिन टिकट नहीं मिलने से वे नाराज बताए जा रहे थे. माना जा रहा था कि भोपाल से दिग्विजय सिंह को टिकट मिलने के बाद उनकी नाराजगी दूर हो जाएगी, लेकिन वे अभी भी पार्टी से नाराज हैं, क्योंकि उनकी मंशा खुद लोकसभा चुनाव लड़ने की थी.
Intro:भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस की राजनीति में गोविंद गोयल एक ऐसा चरित्र है।जो अपने कारनामों के चलते हैं हमेशा सुर्खियों में रहता है। मध्यप्रदेश के जाने-माने उद्योगपति गोविंद गोयल वैसे तो इन दिनों मध्यप्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष हैं। लेकिन उनके कारनामे कई बार कांग्रेस को ही चौकाने पर मजबूर कर देते हैं। कभी अचानक भाजपा कार्यालय पहुंचकर कांग्रेस को परेशान करने का काम करते हैं, तो कभी भाजपा के नेताओं से नजदीकी दिखाकर पार्टी को परेशान करने में इनको मजा आता है। इन दिनों गोविंद गोयल भोपाल लोकसभा सीट से टिकट न मिलने पर नाराज बताए जा रहे हैं और सोशल मीडिया पर अपनी कमेंट और पोस्ट के जरिए अपनी भड़ास निकाल रहे हैं।


Body:दरअसल गोविंद गोयल ने विधानसभा चुनाव में गोविंदपुरा क्षेत्र से दावेदारी की, लेकिन उन्हें टिकट हासिल नहीं हो सका। बाद में पार्टी की सरकार बन गई, तो उन्हें काफी दुख हुआ। जैसे तैसे उन्होंने सब्र किया और लोकसभा चुनाव का इंतजार किया। तो फिर टिकट की दौड़ में पीछे रह गए। लेकिन कमाल की बात यह है कि कांग्रेस पार्टी ने भोपाल से दिग्विजय सिंह को टिकट दिया और गोविंद गोयल दिग्विजय सिंह के ही करीबी माने जाते हैं। गोविंद गोयल दिग्विजय सिंह के गुट से आते हैं, इसलिए माना जा रहा था कि उनके नेता को टिकट मिलने पर उनकी नाराजगी खत्म हो जाएगी और वह पार्टी के प्रचार प्रसार में जुट जाएंगे। लेकिन नजारा कुछ बदला हुआ है, गोविंद गोयल इन दिनों सोशल मीडिया अपनी नाराजगी का इजहार करते नजर आते हैं। हालांकि वह सीधे तौर पर कोई कमेंट नहीं करते हैं, लेकिन उनके कमेंट पर उनका दुख साफ झलकता है।

इन दिनों दिग्विजय सिंह भोपाल लोकसभा उम्मीदवार के तौर पर अपने प्रचार प्रसार में जुटे हुए हैं।भोपाल संसदीय क्षेत्र का वह एक दौरा पूरा कर चुके हैं। लेकिन गोविंद गोयल उनके साथ कम ही नजर आ रहे हैं।उद्योगपति होने के कारण उनका व्यापारी वर्ग में खासा दखल है और दिग्विजय सिंह के पक्ष में व्यापारियों को एकजुट करना उनकी जिम्मेदारी है। लेकिन सोशल मीडिया पर लगातार निकल रही उनकी भड़ास कई तरह के सवाल खड़े कर रही है।


Conclusion:इस मामले में गोविंद गोयल का कहना है कि मैं अपने आप को दावेदार नहीं मानता था, भोपाल की जनता यह सोचती थी कि मैं एक उपयुक्त उम्मीदवार हूं। जहां तक मेरी जानकारी है और मेरी समझ है कि लोगों का प्यार और इसने है मुझे मिला है। उसके बाद पार्टी के हाईकमान ने जो फैसला किया, उसमें मैं कुछ नहीं कर सकता, उसके बारे में मैं कहूं तो क्या कहूं। सोशल मीडिया पर नाराजगी जाहिर करने को लेकर उनका कहना है कि मेरी किसी बात की नाराजगी नहीं है। कई बातें ऐसी हैं जो मैं तथ्यपूर्वक बोलता हूं। अगर मुझसे कोई जवाब मांगेगा, तो मैं जवाब दूंगा। बाकी मैंने किसी व्यक्ति, किसी संस्था और किसी समाज के प्रति कभी कोई कमेंट नहीं किया है, जो आपको अनुचित लगे। थोड़ा बहुत तो अपनी क्षमता, व्यवहार और योग्यता पर मैंने अलग तरह की प्रतिष्ठा बनाई है। वहीं नाराजगी होने के बाद भी वह दिग्विजय सिंह के पक्ष में काम करेंगे कि नहीं। इस सवाल पर उन्होंने कहा कि नाराजगी क्यों हो, हो तो करोगे भी क्या। हंसते रहो चलते रहो आगे बढ़ते रहो।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.