भोपाल। लोकसभा चुनाव के साथ ही छिंदवाडा विधानसभा उपचुनाव संपन्न हुए थे. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जीत हासिल की थी. नियमों के अनुसार उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के 6 महीनों के अंदर मध्यप्रदेश विधानसभा का सदस्य बनना जरूरी है. इसके चलते मुख्यमंत्री कमलनाथ 10 जून को मध्यप्रदेश विधानसभा के विधायक के तौर पर शपथ लेने जा रहे हैं.
मप्र कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने बताया कि निश्चित तौर पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ अब तक विधानसभा के सदस्य नहीं थे. विधानसभा के सदस्य हाल ही में निर्वाचित हुए हैं. 10 जून को सुबह 10 बजे विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति के कक्ष में कमलनाथ विधायक के तौर पर शपथ लेंगे. निश्चित तौर पर 6 महीने के अंदर उन्हें विधायक के तौर पर शपथ लेना आवश्यक था, जिसकी अवधि 17 जून को समाप्त हो रही है. मुख्यमंत्री कमलनाथ निश्चित तौर पर नए दायित्व और जवाबदारी के साथ काम करेंगे.
बता दें कमलनाथ 1979 में पहली बार छिंदवाड़ा से सांसद चुने गए थे. इसके बाद वह लगातार आठ बार छिंदवाडा से सांसद रहे हैं. उनके बाद उनके बेटे नकुलनाथ छिंदवाडा से सांसद चुने गए हैं. वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ को मप्र विधानसभा चुनाव के बाद 6 माह के अंदर विधानसभा उपचुनाव लड़ना था. इसके लिए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर छिंदवाडा से चुनाव जीते दीपक सक्सेना ने इस्तीफा देकर मुख्यमंत्री के लिए सीट खाली की थी. विधानसभा उपचुनाव लोकसभा चुनाव के साथ संपन्न हुआ था.