भोपाल। 19 मई को आखिरी चरण में होने वाले मतदान के लिए प्रदेश की आठ लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी. लेकिन इन आठ सीटों पर पहली बार वोट डालने वाले युवा मतदाता चुनावी गणित गड़बड़ा सकते हैं. यहां करीब करीब साढ़े चार लाख वोटर ऐसे है जो पहली बार अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे. लोकसभा सीट के हिसाब से देखा जाए तो हर सीट पर 50 हजार से ज्यादा युवा मतदाता है. यही वजह है कि दोनों ही पार्टियां अपनी युवा इकाई के जरिए इन वोटरों तक पहुंचने की कोशिश में जुटी है. क्योंकि यह वोट जिसके पक्ष में गया उसका पलड़ा भारी हो सकता है.
इन सीटों पर फर्स्ट टाइम वोटर बिगाड़ सकते हैं सियासी दलों का गणित
प्रदेश की मंदसौर, उज्जैन, रतलाम, इंदौर, धार, खरगोन, खंडवा और देवास लोकसभा सीटों पर 19 मई को वोट डाले जाएंगे, इस बार इस सीट पर 50 हजार से ज्यादा युवा मतदाता मतदान करेंगे.
भोपाल। 19 मई को आखिरी चरण में होने वाले मतदान के लिए प्रदेश की आठ लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी. लेकिन इन आठ सीटों पर पहली बार वोट डालने वाले युवा मतदाता चुनावी गणित गड़बड़ा सकते हैं. यहां करीब करीब साढ़े चार लाख वोटर ऐसे है जो पहली बार अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे. लोकसभा सीट के हिसाब से देखा जाए तो हर सीट पर 50 हजार से ज्यादा युवा मतदाता है. यही वजह है कि दोनों ही पार्टियां अपनी युवा इकाई के जरिए इन वोटरों तक पहुंचने की कोशिश में जुटी है. क्योंकि यह वोट जिसके पक्ष में गया उसका पलड़ा भारी हो सकता है.
Body:19 मई को मंदसौर उज्जैन रतलाम इंदौर धार खरगोन खंडवा और देवास लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे इन आर्ट सीटों पर 82 प्रत्याशी चुनाव मैदान में अपनी सियासी किस्मत आजमा रहे हैं इन सीटों पर अपना उम्मीदवार चुनने के लिए एक करोड़ 49 लाख 13 हजार से ज्यादा मतदाता वोट डालेंगे इनमें 76 लाख 15 हजार पुरुष और 72 लाख 86 हजार से ज्यादा महिला मतदाता शामिल है। लोकसभा सीट के हिसाब से देखा जाए तो सबसे ज्यादा मतदाता इंदौर लोकसभा सीट पर 23 लाख 49 हजार है। जबकि उज्जैन में सबसे कम मतदाता 16 लाख 59 हज़ार हैं। अगर युवा मतदाताओं की बात की जाए तो इंदौर लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा 59378 मतदाता है इसके अलावा देवास में 57069, धार में 51613, खंडवा में 54115, खरगोन में 57655, रतलाम में 50 551, उज्जैन में 44625 और मंदसौर में 55976 युवा मतदाता है जो पहली बार अपना नेता चुनेंगे। देखा जाए तो पहली बार वोट करने वाले इन मतदाताओं ने प्रदेश में पिछले 15 सालों में और देश में पिछले 5 सालों में सिर्फ बीजेपी का शासन देखा है लिहाजा कांग्रेस युवा मतदाताओं पर फोकस करने के लिए खास कोशिश में जुटी है। पिछले लोकसभा चुनाव में में इन 8 लोकसभा सीटों पर जीत हार का अंदर 25 से 30 हजार से ज्यादा कर नहीं रहा है धार लोकसभा सीट पर तो पिछली बार जीत हार का अंतर बमुश्किल करीब 5 हजार ही रहा है। इसलिए माना जा रहा है कि पहली बार वोट डालने वाले मतदाता इन सीटों पर निर्णायक भूमिका अदा करेंगे।
Conclusion: