बुरहानपुर। लॉकडाउन के दौरान देशभर में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य पहुंचाने के लिए स्पेशल श्रमिक ट्रेनों को चलाया जा रहा है. वहीं बुरहानपुर रेलवे स्टेशन में आज अचानक दो श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को रोक दिया गया, यह दोनों ट्रेने करीब 5 घंटे तक खड़ी रहीं. इस बीच ट्रेन में बैठे श्रमिक यात्रियों का सब्र का बांध टूट गया और वह पानी, खाने की तलाश में बाहर निकलने लगे, बावजूद उन्हें पानी और खाना नहीं मिला.
श्रमिकों के लिए चलाई जा रही दो स्पेशल ट्रेनों को बुरहानपुर स्टेशन में 5 घंटे के लिए रोक दिया गया. ट्रेन में बैठे यात्री पानी और भूख की तलाश में ट्रेन से उतर गए. लेकिन सभी कैंटिन बंद थी, जिससे गुस्साएं श्रमिकों ने हंगामा शुरु कर दिया. वहीं इस दौरान कुछ यात्री ओवरब्रिज पर चढ़कर प्लेटफार्म नंबर एक पर आ गए, जिसके बाद जीआरपी और आरपीएफ के अधिकारी उन्हें समझाइश देने पहुंचे. यात्रियों का कहना था कि उन्हें कहीं खाना और पानी नहीं मिल रहा है, बाहर पानी लेने जा रहे हैं तो लोग उन्हें डंडे मार रहे हैं साथ ही हर चीज दो गुने दाम में उन्हें बेची जा रही है.
बता दें कि स्टेशन पर ट्रेनें घंटों खड़ी होने के चलते कई यात्री नीचे उतर आए और प्लेटफार्म पर पहुंच गए. यात्रियों ने स्टेशन मास्टर और जीआरपी, आरपीएफ पुलिस के सामने जमकर हंगामा किया, जिसके बाद लालबाग थाना प्रभारी विक्रम सिंह बामनिया जवानों के साथ पहुंचे और श्रमिकों को समझाइश देकर शांत करवाने की कोशिश की. वहीं जीआरपी थाना प्रभारी राधेश्याम महाजन ने कैंटीन खुलवाई और सभी श्रमिक यात्रियों को पानी और बिस्किट के पैकेट वितरित किए, जब ट्रेन चलना शुरू हुई तब श्रमिकों का हंगामा बंद हुआ.
आरपीएफ थाना प्रभारी भूपेंद्र सिंह ने कहा की आगे भी ट्रेन रुकी हुई हैं, भोपाल से सिग्नल नहीं मिल रहा है, जिसके चलते ट्रेनों को रोक दिया गया है. उन्होंने कहा कि जल्द ही ट्रेन चलने लगेंगी.