थाने का घेराव करने आदिवासी महिलाएं भी पहुंची थी. जो थाने के बाहर बैठकर ही गीत गाने लगी. इस दौरान पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई. थाने में पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल न होने से आदिवासियों कई घंटों तक पुलिस थाने का घेराव करके रखा. काफी देर बाद वे वहां से गए. हालांकि आदिवासियों ने अपनी मांग से पुलिस को अवगत कराते हुए कहा कि दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए.
बता दे कि बुरहानपुर जिले में 9 जुलाई को आदिवासियों पर गोली चलाई गई थी. इस घटना के बाद प्रदेश की सियासत में गर्माहट बढ़ गई थी. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कांग्रेस के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मामले में सीएम कमलनाथ को पत्र लिखकर आदिवासियों पर गोली चलाने वाले आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ने की बात कही थी. जबकि बीजेपी के नेता भी इस मामले में कांग्रेस सरकार को घेरते नजर आए थे. तभी से यह मामला प्रदेश की सियासत में बना हुआ है.