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आदिवासियों ने किया मंत्री उमंग सिंघार का घेराव, मारपीट और फायरिंग का विरोध - मंत्री उमंग सिंघार का आदिवासियों ने किया घेराव

बदनापुर गांव में मारपीट और फायरिंग करने के विरोध में आदिवासियों ने वन मंत्री उमंग सिंघार का घेराव किया. वहीं कार्रवाई नहीं होने पर भोपाल में प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी है.

आदिवासियों ने किया मंत्री उमंग सिंघार का घेराव
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Published : Jul 15, 2019, 12:48 PM IST

बुरहानपुर। जिले के नेपानगर वन परिक्षेत्र के बदनापुर गांव में आदिवासियों और वनकर्मियों के बीच कथित मारपीट और गोली चलाने का मामला गर्माने लगा है. जिसके बाद आदिवासियों ने वन मंत्री उमंग सिंघार मौके पर पहुंचे. यहां आदिवासियों ने विरोध जताते हुए वन मंत्री का घेराव किया. आदिवासियों का कहना है कि उनकी बात नहीं सुनी गई, जिससे वे नाराज़ हैं. साथ ही आदिवासियों ने निष्पक्ष जांच नहीं होने पर भोपाल में प्रदर्शन करने की भी चेतावनी दी है.

आदिवासियों ने किया मंत्री उमंग सिंघार का घेराव

वन मंत्री उमंग सिंगार ने बताया कि घटना के दूसरे दिन ही मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए जा चुके हैं. मैं यहा मौका मुआयना करने आया हूं, दोनों पक्षों को सुनने के बाद शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी. आदिवासियों पर गोली चलान वाले सवाल पर वन मंत्री ने कहा कि मजिस्ट्रियल जांच में साफ हो जाएगा कि गोली जानबूझकर चलाई गई या फिर आत्मरक्षा के लिए चलाई गई. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें अगर आदिवासियों की इतनी चिंता है तो 15 सालों में उनको पट्टे क्यों नही दिए. बता दें कि शिवराज सिंह ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि कमलनाथ सरकार आदिवासियों पर गोली चलवा रही है.

बता दें कि नेपानगर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत अतिसंवेदनशील बदनापुर बीट में वन वन विभाग अतिक्रमण हटाने पहुंचा था. उसी दौरान आदिवासियों और वनकर्मियों के बीच विवाद और मारपीट का मामला सामने आया था. इसके साथ ही वनकर्मियों पर आदिवासियों पर फायरिंग करने का भी आरोप लगा था. कार्रवाई के दौरान 4 आदिवासी घायल हो गए थे. इस मामले विरोध में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया ट्वीट कर कार्रवाई की मांग की थी.

बुरहानपुर। जिले के नेपानगर वन परिक्षेत्र के बदनापुर गांव में आदिवासियों और वनकर्मियों के बीच कथित मारपीट और गोली चलाने का मामला गर्माने लगा है. जिसके बाद आदिवासियों ने वन मंत्री उमंग सिंघार मौके पर पहुंचे. यहां आदिवासियों ने विरोध जताते हुए वन मंत्री का घेराव किया. आदिवासियों का कहना है कि उनकी बात नहीं सुनी गई, जिससे वे नाराज़ हैं. साथ ही आदिवासियों ने निष्पक्ष जांच नहीं होने पर भोपाल में प्रदर्शन करने की भी चेतावनी दी है.

आदिवासियों ने किया मंत्री उमंग सिंघार का घेराव

वन मंत्री उमंग सिंगार ने बताया कि घटना के दूसरे दिन ही मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए जा चुके हैं. मैं यहा मौका मुआयना करने आया हूं, दोनों पक्षों को सुनने के बाद शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी. आदिवासियों पर गोली चलान वाले सवाल पर वन मंत्री ने कहा कि मजिस्ट्रियल जांच में साफ हो जाएगा कि गोली जानबूझकर चलाई गई या फिर आत्मरक्षा के लिए चलाई गई. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें अगर आदिवासियों की इतनी चिंता है तो 15 सालों में उनको पट्टे क्यों नही दिए. बता दें कि शिवराज सिंह ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि कमलनाथ सरकार आदिवासियों पर गोली चलवा रही है.

बता दें कि नेपानगर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत अतिसंवेदनशील बदनापुर बीट में वन वन विभाग अतिक्रमण हटाने पहुंचा था. उसी दौरान आदिवासियों और वनकर्मियों के बीच विवाद और मारपीट का मामला सामने आया था. इसके साथ ही वनकर्मियों पर आदिवासियों पर फायरिंग करने का भी आरोप लगा था. कार्रवाई के दौरान 4 आदिवासी घायल हो गए थे. इस मामले विरोध में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया ट्वीट कर कार्रवाई की मांग की थी.

Intro:बुरहानपुर जिले के नेपानगर वन परिक्षेत्र के बदनापुर गांव में वन विभाग द्वारा आदिवासियों पर गोली चलान का मामला तूल पकड़ चुका है, मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ से जांच की मांग की है, जिसके बाद प्रदेश के वन मंत्री उमंग सिंगार ने बदनापुर गांव पहुंच कर आदिवासियों से घटना की जानकारी ली, मंत्री का कहना है कि दोनों पक्षो को सुनने के बाद शासन को रिपोर्ट सौंपेंगे, साथ ही दोषियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी, वही देर रात वन मंत्री के गांव पहुंचने पर आदिवासियों ने विरोध जताया और वन मंत्री की गाड़ी के सामने बैठकर घेराव किया, आदिवासियों का कहना है कि उनकी बात नहीं सुन गई जिससे वे नाराज़ है, आदिवासियों ने निष्पक्ष जांच नहीं होने पर भोपाल तक जाने की चेतावनी दी है।Body:वन मंत्री उमंग सिंगार ने बताया कि घटना के दूसरे दिन ही मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए जा चुके हैं, मैं मौका मुआयना करने आया हूँ, दोनों पक्षों को सुनने के बाद शासन को रिपोर्ट भेजनी है, न्याय मिलेंगा, जिसका जो अधिकार है, उसे वो मिलना चाहिए, गोली चलान वाले सवाल पर वन मंत्री ने कहा कि मजिस्ट्रियल जांच में साफ हो जाएगा गोली जान बूझकर या आत्मरक्षा के लिए चलाई हैं, वही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजयसिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के ट्वीट वाले सवाल पर कहा कि ये उनके विचार हो सकते हैं, लेकिन सरकार और प्रशासनिक अधिकारी अपना अपना काम कर रहे हैं, तो वही पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के कमलनाथ सरकार में आदिवासियों पर गोली चलाई जा रही हैं वाले ट्वीट का पलटवार करते हुए कहा कि ऐसा नहीं है आदिवासियों पर जानबूझकर गोली चलाई जा रही है, शिवराज सिंह चौहान पन्द्रह साल मुख्यमंत्री रहे उन्होंने पट्टे क्यो नही दिए, पट्टे देना चाहिए थे, पट्टे नही दिए तो ये स्थिति है, शिवराज सिंह केवल पन्द्रह साल तक आदिवासियों को सपने दिखाते रहे।Conclusion:बाईट 01:- दशरत, आदिवासी नेता।
बाईट 02:- रतन, आदिवासी।
बाईट 03:- आदिवासी महिला।
बाईट 04:- उमंग सिंगार, वन मंत्री।

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