बुरहानपुर। जिले के नेपानगर वन परिक्षेत्र के बदनापुर गांव में आदिवासियों और वनकर्मियों के बीच कथित मारपीट और गोली चलाने का मामला गर्माने लगा है. जिसके बाद आदिवासियों ने वन मंत्री उमंग सिंघार मौके पर पहुंचे. यहां आदिवासियों ने विरोध जताते हुए वन मंत्री का घेराव किया. आदिवासियों का कहना है कि उनकी बात नहीं सुनी गई, जिससे वे नाराज़ हैं. साथ ही आदिवासियों ने निष्पक्ष जांच नहीं होने पर भोपाल में प्रदर्शन करने की भी चेतावनी दी है.
वन मंत्री उमंग सिंगार ने बताया कि घटना के दूसरे दिन ही मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए जा चुके हैं. मैं यहा मौका मुआयना करने आया हूं, दोनों पक्षों को सुनने के बाद शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी. आदिवासियों पर गोली चलान वाले सवाल पर वन मंत्री ने कहा कि मजिस्ट्रियल जांच में साफ हो जाएगा कि गोली जानबूझकर चलाई गई या फिर आत्मरक्षा के लिए चलाई गई. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें अगर आदिवासियों की इतनी चिंता है तो 15 सालों में उनको पट्टे क्यों नही दिए. बता दें कि शिवराज सिंह ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि कमलनाथ सरकार आदिवासियों पर गोली चलवा रही है.
बता दें कि नेपानगर वन परिक्षेत्र के अंतर्गत अतिसंवेदनशील बदनापुर बीट में वन वन विभाग अतिक्रमण हटाने पहुंचा था. उसी दौरान आदिवासियों और वनकर्मियों के बीच विवाद और मारपीट का मामला सामने आया था. इसके साथ ही वनकर्मियों पर आदिवासियों पर फायरिंग करने का भी आरोप लगा था. कार्रवाई के दौरान 4 आदिवासी घायल हो गए थे. इस मामले विरोध में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया ट्वीट कर कार्रवाई की मांग की थी.