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कागजों में बंद स्टोन क्रेशर प्लांट हो रहा संचालित, ग्रामीणों के लिए बना मुसीबत का सबब

बुरहानपुर में रघु डेवलपर्स कंपनी के क्रेशर प्लांट और रेडी मिक्स प्लांट के चलते ग्रामिणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, इस प्लांट को कागजों में बंद दर्शाया जा रहा हैं.

Stone crusher plant is still running
बुरहानपुर में स्टोन क्रेशर प्लांट अब भी संचालित
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Published : Jan 22, 2020, 3:24 PM IST

बुरहानपुर। जिले के नेपानगर तहसील के धुलकोट और ग्राम सुक्ताखुर्द के ग्रामीण रघु डेवलपर्स कंपनी के क्रेशर प्लांट और रेडी मिक्स प्लांट के चलते परेशान हैं. ग्रामिणों का आरोप है कि, इसे कागजों में बंद दर्शाया जा रहा हैं. दोनों प्लांट पूरी क्षमता से अभी संचालित किए जा रहे हैं, इससे निकलने वाली धूल से आसपास की बस्तियों के लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है और साथ ही सड़क निर्माण में उपयोग होने वाले रेडी मिक्स के लिए स्टोन सेंड निर्माण संयंत्र से निकलने वाले दूषित पानी से सुक्ता नदी भी प्रदूषित हो रही हैं.

बुरहानपुर में स्टोन क्रेशर प्लांट अब भी संचालित

इस नदी का पानी ग्रामीण नहाने और पीने के लिए उपयोग करते हैं. बावजूद इसके खनिज विभाग और जिला प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. आदिवासी समाज विकास एवं सुधार समिति के लक्ष्मण केलदे की शिकायत पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भोपाल को इस मामले की जांच सौंपी थी. जहां अफसरों ने 16 अक्टूबर 2019 और 7 नवंबर 2019 को पुनः बोर्ड के 3 सदस्यों की टीम ने जांच में शिकायत को सही पाया था.

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी और मुख्य रसायनज्ञ ने 8 नवंबर 2019 को स्टोन क्रेशर प्लांट बंद करने के आदेश जारी किए थे और बिजली वितरण कंपनी को प्लांट का बिजली कनेक्शन काटने और जिला खनिज अधिकारी को उत्पादन बंद कराकर रॉयल्टी बुक जब्त करने के निर्देश भी दिए थे, लेकिन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आदेश के करीब 59 दिन बाद 7 जनवरी 2020 को जिला खनिज अधिकारी सोनल सिंह तोमर ने रघु डेवलपर्स की ई-टीपी बंद कर दी है, लेकिन स्टोन क्रेशर प्लांट अब भी संचालित हो रहा है.

बुरहानपुर। जिले के नेपानगर तहसील के धुलकोट और ग्राम सुक्ताखुर्द के ग्रामीण रघु डेवलपर्स कंपनी के क्रेशर प्लांट और रेडी मिक्स प्लांट के चलते परेशान हैं. ग्रामिणों का आरोप है कि, इसे कागजों में बंद दर्शाया जा रहा हैं. दोनों प्लांट पूरी क्षमता से अभी संचालित किए जा रहे हैं, इससे निकलने वाली धूल से आसपास की बस्तियों के लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है और साथ ही सड़क निर्माण में उपयोग होने वाले रेडी मिक्स के लिए स्टोन सेंड निर्माण संयंत्र से निकलने वाले दूषित पानी से सुक्ता नदी भी प्रदूषित हो रही हैं.

बुरहानपुर में स्टोन क्रेशर प्लांट अब भी संचालित

इस नदी का पानी ग्रामीण नहाने और पीने के लिए उपयोग करते हैं. बावजूद इसके खनिज विभाग और जिला प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. आदिवासी समाज विकास एवं सुधार समिति के लक्ष्मण केलदे की शिकायत पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भोपाल को इस मामले की जांच सौंपी थी. जहां अफसरों ने 16 अक्टूबर 2019 और 7 नवंबर 2019 को पुनः बोर्ड के 3 सदस्यों की टीम ने जांच में शिकायत को सही पाया था.

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी और मुख्य रसायनज्ञ ने 8 नवंबर 2019 को स्टोन क्रेशर प्लांट बंद करने के आदेश जारी किए थे और बिजली वितरण कंपनी को प्लांट का बिजली कनेक्शन काटने और जिला खनिज अधिकारी को उत्पादन बंद कराकर रॉयल्टी बुक जब्त करने के निर्देश भी दिए थे, लेकिन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आदेश के करीब 59 दिन बाद 7 जनवरी 2020 को जिला खनिज अधिकारी सोनल सिंह तोमर ने रघु डेवलपर्स की ई-टीपी बंद कर दी है, लेकिन स्टोन क्रेशर प्लांट अब भी संचालित हो रहा है.

Intro:बुरहानपुर। जिलें के नेपानगर तहसील के धुलकोट और ग्राम सुक्ताखुर्द के ग्रामीण रघु डेवलपर्स कंपनी के क्रेशर प्लांट और रेडी मिक्स प्लांट से बहुत परेशान हैं, आरोप है कि कागजों में बंद दर्शाया जा रहे हैं दोनों प्लांट पूरी क्षमता से अभी संचालित किए जा रहे हैं, इससे निकलने वाली धूल से आसपास की बस्तियों लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है, साथ ही सड़क निर्माण में उपयोग होने वाले रेडी मिक्स के लिए स्टोन सेंड निर्माण संयंत्र से निकलने वाले दूषित पानी से सुक्ता नदी भी प्रदूषित हो रही हैं, जबकि इस नदी का पानी ग्रामीण नहाने और पीने के लिए उपयोग करते हैं, बावजूद इसके खनिज विभाग और जिला प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है, अब देखना यह है कि मामला जिला प्रशासन और खनिज विभाग के संज्ञान में आने के बाद अब कार्यवाही कब होती है..?


Body:बता दें कि आदिवासी समाज विकास एवं सुधार समिति के लक्ष्मण केलदे की शिकायत पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भोपाल को मामले की जांच सौंपी थी, अफसरों ने 16 अक्टूबर 2019 और 7 नवंबर 2019 को पुनः बोर्ड के 3 सदस्यों की टीम ने जांच में शिकायत को सही पाया था, जिसके बाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी और मुख्य रसायनज्ञ ने 8 नवंबर 2019 को स्टोन क्रेशर प्लांट बंद करने के आदेश जारी किए है, इसके अलावा बिजली वितरण कंपनी को प्लांट का बिजली कनेक्शन काटने और जिला खनिज अधिकारी को उत्पादन बंद कराकर रॉयल्टी बुक जब्त करने के निर्देश भी दिए थे।


Conclusion:प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आदेश के करीब 59 दिन बाद 7 जनवरी 2020 को जिला खनिज अधिकारी सोनल सिंह तोमर ने रघु डेवलपर्स की ई-टीपी बंद कर दी है, लेकिन स्टोन क्रेशर प्लांट अब भी संचालित हो रहा है।

बाईट 01:- सोनल सिंह तोमर, खनिज अधिकारी, बुरहानपुर।
बाईट 02:- रोमानुस टोप्पो, अपर कलेक्टर, बुरहानपुर।
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