बुरहानपुर। जम्मु-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को आतंकियों द्वारा की गई कायराना हरकत में देश के 42 जवान शहीद हो गए. वहीं इस हृदय विदारक घटना के विरोध में जगह- जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, बुरहानपुर जिला आतंकी हमले के विरोध में पूरी तरह बंद रहा. लोगों ने अपनी स्वेच्छा से दुकानों को बंद रखा

पुलवामा घटना को लेकर यहां न तो किसी संगठन ने बंद का आव्हान किया और ना ही किसी राजनीतिक पार्टी ने अपील की थी. फिर भी शहर में ऐतिहासिक बंद देखा गया. युवाओं में आतंकी हमले के बाद आक्रोश है. शहर के लोगों का कहना है कि अब तो दुश्मनों से बदला लेना ही होगा. बुरहानपुर के दुकानदारों का कहना है कि आतंकी हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को उसके किए की कठोर सजा दी जानी चाहिए.
साथ ही उन्होंने भारत सरकार से मांग की है कि आतंकवाद को जड़ से खत्म किया जाए. वहीं केला ग्रुप संचालक दीपक सुखदाने ने कहा कि आतंकवादियों से बदला लेना चाहिए, क्योंकि अब आतंकवादियों को मुंह तोड़ जवाब देकर उनको अपनी जगह दिखाने की जरूरत है. वहीं समाजसेवियों ने कहा कि सभी लोग सेना के साथ है.