बुरहानपुर। जिले के खकनार थाना क्षेत्र के कानापुर गांव स्थित अपने घर मे शनिवार देर रात खकनार जनपद पंचायत अध्यक्ष पूजा दादू ने अज्ञात कारणों के चलते खुदकुशी कर ली. दरअसल परिजनों ने पूजा को कमरे में संदिग्ध हालत में देखा तो उनके होश उड़ गए, इसके बाद परिजन तुरंत उन्हें लेकर इलाज के लिए बुरहानपुर में निजी अस्पताल ले गए. लेकिन यहां डॉक्टरों ने चेकअप के बाद पूजा को मृत घोषित कर दिया. फिलहाल इस पूरे मामलें में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, मौत की पुष्टि बीजेपी जिलाध्यक्ष मनोज लधवे ने की है.
पूजा का अचानक जाना पार्टी के लिए बहुत बड़ी क्षति: पूजा दादू नेपानगर के दिवंगत विधायक राजेंद्र दादू व मंडी बोर्ड उपाध्यक्ष मंजू दादू की छोटी बहन थी. घटना की जानकारी लगते ही बीजेपी सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, जिलाध्यक्ष मनोज लधवे, पूर्व जिलाध्यक्ष विजय गुप्ता, पूर्व निगमाध्यक्ष मनोज तारवाला सहित दर्जनों नेता निजी अस्पताल पहुंच गए, यहां डॉक्टरों ने उन्हें पूजा के मौत की जानकारी दी. जब इस संबंध में बीजेपी जिलाध्यक्ष मनोज लधवे से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि "पूजा दादू ने अज्ञात कारणों के चलते आत्महत्या की है, फिलहाल मौत का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है. पूजा का अचानक हमारे बीच से जाना, पार्टी के लिए बहुत बड़ी क्षति है."
पूजा दादू ने मौत के पहले किया पोस्ट: बता दें कि पूजा दादू ने सुसाइड के करीब 11 घंटे पहले अपने फेसबुक एकाउंट पर एक पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था कि "मृत्यु अंतिम सत्य है, किंतु असामयिक मृत्यु अतिकष्टदायक होती है. दरअसल ये पोस्ट पूजा ने नावरा में गणेश विसर्जन के हादसे को लेकर लिखा था, जिसमें 3 लोग डूब गए थे. इसी को लेकर पूजा पीड़ित परिवार से मिलने पहुंची थीं, जिसके बाद उन्होंने ये बात लिखी थी.
पूजा दादू की राजनीतिक शुरुआत: करीब दो साल पहले पूजा दादू निर्विरोध रूप से जनपद सदस्य निर्वाचित हुई थी, इसके लिए खकनार के वार्ड क्रमांक 13 मांजरोद से पहली बार चुनाव में उतरी थी. इस दौरान नाम निर्देशन पत्र जमा करने का आखिरी दिन था, लेकिन उनके सामने किसी प्रत्याशी ने नामांकन जमा नहीं कराया था, इस वजह से उन्हें निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया था. इसके बाद सदस्यों ने उन्हें जनपद पंचायत अध्यक्ष चुना था.
पिता दो बार और बड़ी बहन एक बार रह चुकी हैं विधायक: पूजा के पिता राजेंद्र दादू नेपानगर विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक बने थे, लेकिन एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी. इसके चलते यह सीट खाली हो गई थी, जब यहां उपचुनाव हुए तो इसमें पूजा की बड़ी बहन मंजू दादू ने जीत का परचम लहराया और वे विधायक बनी. इसके अलावा दादू परिवार ने राजनीतिक और शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाई है.
पूजा दादू की शैक्षणिक योग्यता: अगर पूजा दादू के शैक्षणिक योग्यता की बात की जाए तो वे भारी भरकम डिग्रीधारी थी, इसके लिए उन्होंने खंडवा, इंदौर में शिक्षा हासिल की थी. फाइनेंस में (बीबीए) स्नातक, इसके बाद राजनीतिक शास्त्र और समाजशास्त्र में (एमए) स्नातकोत्तर किया था, इसके अलावा राजनीतिक विज्ञान में पीएचडी की डिग्री भी हासिल की थी.