बुरहानपुर। देश भर में 3 मई 2020 तक लॉकडाउन है, जिससे अब आम जनता व दिहाड़ी मजदूरों की चिंता बढ़ गई है. केन्द्र सरकार और राज्य सरकार योजनाओं का लाभ देकर दिहाड़ी मजदूरों के लिए उनके बैंक खातों में राशि डाली है, लेकिन बैंक बंद और एटीएम में राशि नहीं होने से परेशान हो रहे हैं. जिला प्रशासन भी इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा है. मजदूर, गरीब तबके के लोगों के सामने अब आर्थिक संकट आ गया है.
नेपानगर में दो प्रमुख बैंक है, जिसमें भारतीय स्टेट बैंक और बैंक ऑफ इंडिया शामिल है, लेकिन ये दोनों एटीएम ज्यादातर समय बंद रहते हैं और जब चालू भी होते हैं तो इनमें राशि नहीं होती. नगर में एक प्राइवेट एटीएम भी है, जिसमें हमेशा पैसे रहते हैं. इस एटीएम से विड्रॉल के बाद चार्ज भी कटता है. लॉकडाउन के दौरान लोगों को पैसों की सख्त जरुरत है, लेकिन एसबीआई और बीओआई एटीएम से पैसे निकालने आए लोगों को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा. मजबूरन कई लोगों को प्राइवेट एटीएम से पैसा निकालना पड़ रहा है.
लॉकडाउन के दौरान कई जिलों में कर्फ्यू लगा है, लेकिन प्रशासन ने आवश्यक समान की खरीदारी को लेकर समय निर्धारित किया है. इन सब के बीच सबसे महत्वपूर्ण है बैंक, बैंकों में हो रही भीड़ को देखते हुए बैंको को कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया है. कलेक्टर राजेश कुमार कौल ने कियोस्क संचालक के जरिए घर-घर पैसे वितरण करने के आदेश दिए हैं.