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अंधाधुंध पेड़ों की कटाई की ऐसे भरपाई कर रहा वन विभाग, हर साल लाखों पौधे कर रहा तैयार

नेपानगर क्षेत्र में नवाड माफिया पेड़ों की अंधाधुंध कटाई कर रहे हैं, लेकिन नेपानगर वन विभाग के अधिकारियों ने क्षेत्र को वापस हरा-भरा करने का संकल्प लेते हुए नेपा वन परिक्षेत्र कार्यालय के पास एक रोपणी बनाई है. जिसमें हर साल लाखों पौधे तैयार किए जाते हैं.

Nepnagar seedlings
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Published : Jun 29, 2019, 10:57 PM IST

बुरहानपुर। जिले के नेपानगर क्षेत्र में नवाड माफियाओं द्वारा लम्बे समय से पेड़ों की अंधाधुंध कटाई की जा रही है. इसी को देखते हुए नेपानगर वन विभाग के अधिकारियों ने क्षेत्र को वापस हरा-भरा करने का संकल्प लेते हुए नेपा वन परिक्षेत्र कार्यालय के पास एक रोपणी बनाई है.

नेपानगर वन विभाग ने बनवायी वन रोपणी

रोपणी प्रभारी राजेन्द्र महाजन ने बताया कि रोपणी में हर साल लाखों पौधे तैयार किए जाते हैं. जिसमें सागौन, शीशम, बास, नीम, जाम, आवला, नीम्बू जैस कई प्रजातियों के पौधे शामिल हैं. अभी तीन दिन के अंदर 2 लाख पौधे यहां से दिए जा चुके हैं, यह पौधे जिला वन मंडल की रेंज नेपानगर, नावरा, असीर, धुलकोट पहुंचाए हैं.

यह पौधे रूट पध्दति से फरवरी माह में लगाए जाते है. कुछ पौधे जुलाई तक तैयार हो जाते हैं और जो पौधे धीमीगति से बढते हैं, उन्हें एक साल तक नर्सरी में रखा जाता है. जिसके बाद यह पूर्ण रूप से तैयार होते हैं. फिर इन पौधों को मानसून आने से पहले नेपानगर रेंज के साथ सरकारी कार्यालयों और स्कूलों में भी पहुंचाया जाता है.

बुरहानपुर। जिले के नेपानगर क्षेत्र में नवाड माफियाओं द्वारा लम्बे समय से पेड़ों की अंधाधुंध कटाई की जा रही है. इसी को देखते हुए नेपानगर वन विभाग के अधिकारियों ने क्षेत्र को वापस हरा-भरा करने का संकल्प लेते हुए नेपा वन परिक्षेत्र कार्यालय के पास एक रोपणी बनाई है.

नेपानगर वन विभाग ने बनवायी वन रोपणी

रोपणी प्रभारी राजेन्द्र महाजन ने बताया कि रोपणी में हर साल लाखों पौधे तैयार किए जाते हैं. जिसमें सागौन, शीशम, बास, नीम, जाम, आवला, नीम्बू जैस कई प्रजातियों के पौधे शामिल हैं. अभी तीन दिन के अंदर 2 लाख पौधे यहां से दिए जा चुके हैं, यह पौधे जिला वन मंडल की रेंज नेपानगर, नावरा, असीर, धुलकोट पहुंचाए हैं.

यह पौधे रूट पध्दति से फरवरी माह में लगाए जाते है. कुछ पौधे जुलाई तक तैयार हो जाते हैं और जो पौधे धीमीगति से बढते हैं, उन्हें एक साल तक नर्सरी में रखा जाता है. जिसके बाद यह पूर्ण रूप से तैयार होते हैं. फिर इन पौधों को मानसून आने से पहले नेपानगर रेंज के साथ सरकारी कार्यालयों और स्कूलों में भी पहुंचाया जाता है.

Intro:बुरहानपुर जिले के नेपानगर एक ऐसी वन रोपणी है जहां हर वर्ष तैयार किए जाते लाखों पौधे, बता दें कि नेपानगर क्षेत्र में हरियाली और प्राकृतिक सौन्दर्य बढाने के लिए यहां पौधे तैयार करने काम किया जाता है, नेपानगर क्षेत्र में लम्बे समय से नवाड माफियाओं द्वारा वृक्षो की अंधाधुंध कटाई की जा रही है, इसी को देखते हुए नेपानगर वन विभाग के अधिकारियों ने संकल्प लेते हुए एक बार फिर से नेपानगर क्षेत्र को हरा-भरा करने लिए नेपा वन परिक्षेत्र कार्यालय के पास एक रोपणी बनाई जहां विभिन्न प्रजातियों पौधे तैयार किए जाते है, जिन्हें मानसून आने से पहले वन मंडल बुरहानपुर की नेपानगर रेंज सहित शासकीय कार्यालयों, स्कूलों में पहुंचाए जाते है।




Body:रोपणी प्रभारी राजेन्द्र महाजन के मुताबिक यह पौधे रूट पध्दति से फरवरी माह में लगाए जाते है जो जुलाई माह में देने योग हो जाते है और कुछ पौधे ऐसे है जो धीमिगति से बढते है, उन्हें एक वर्ष तक नर्सरी में रखा जाता है, जिसके बाद यह पूर्ण रूप से तैयार होते है, जो एक वर्ष बाद देने योग्य हो जाते है, इस रोपनी में सागौन, सीसु, बास, नीम, जाम, आवला, नीम्बू जैस कई प्रजातियों के पौधे तैयार किए जाते हैं, अभी तीन दिन के अंदर 2 लाख पौधे यहां से दिए जा चुके है, यह पौधे जिला वन मंडल की रेंज नेपानगर, नावरा, असीर, धुलकोट पहुंचाए है।
Conclusion:बाईट 01:- राजेन्द्र महाजन, वन रोपणी प्रभारी नेपानगर।
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