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कलेक्टर के कमरे में 6 घंटे बंद रहे नायब तहसीलदार, निकले तो भागने लगे, ये है पूरा मामला

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Published : Jan 16, 2020, 10:41 AM IST

Updated : Jan 16, 2020, 11:41 AM IST

बुरहानपुर में कलेक्टर राजेश कुमार कौल ने नायब तहसीलदार को शाम चार बजे से रात 10 बजे तक करीब 6 घंटे कलेक्टर कक्ष में बंद रखा. देर रात जब वे कक्ष से बाहर निकले, तो मीडिया से बचकर भागते हुए कैमरे में कैद हो गए.

Collector Office, Burhanpur
कलेक्टर कार्यालय , बुरहानपुर

बुरहानपुर। तहसील में पदस्थ नायब तहसीलदार पलकेश परमार का एक युवती के साथ मिलना जुलना युवती के परिजनों को नागवार गुजरा. पलकेश युवती से मिले तो युवती के परिजनों ने उनकी की पिटाई कर दी और नायब तहसीलदार को कलेक्टर के हवाले कर दिया, इस दौरान मीडिया के सवाल पूछने पर अफसर जवाब देने से बचते रहे और करीब 6 घंटे तक मीडिया को गुमराह करते रहे. इस दौरान नायब तहसीलदार कलेक्टर के कमरे में बंद रहे.

6 घंटे बंद रहे नायब तहसीलदार


नायब तहसीलदार पलकेश के साथ युवती के परिजनों द्वारा मारपीट की खबर शहर में फैल गई. सूत्रों के मुताबिक युवती के परिजन ने नायब तहसीलदार पलकेश परमार की पिटाई की है, हालांकि इस मामले में अब तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है. परिजन द्वारा नायब तहसीलदार को कलेक्टर के हवाले करने के बाद कलेक्टर राजेश कुमार कौल ने उन्हें शाम 4 बजे से रात 10 बजे तक करीब 6 घंटे नायब कलेक्टर कक्ष में बंद रखा. कलेक्टर के जाने के 3 घंटे बाद देर रात कक्ष से नायब तहसीलदार को निकाला गया.


इस मामले में अधिकारियों ने कहा कि ऐसा कोई मामला नहीं है और ना ही नायब तहसीलदार कलेक्टर राजेश कुमार कौल के कक्ष में मौजूद हैं. मीडिया से नायब तहसीलदार को बचाने के लिए कलेक्टर कार्यालय में ताला लगा दिया गया, जिसके बाद भी मीडिया ऑफिस के बाहर बैठी रही.


कलेक्टर कक्ष में बंद नायब तहसीलदार को 6 घंटे बाद रात 10 बजे कलेक्टर के स्टेनो ने बाहर निकाला, नायब तहसीलदार पलकेश परमार जैसे ही बाहर निकले तो मीडिया के कैमरों से बचने के लिए भागने लगे, लेकिन मीडिया कर्मियों ने उन्हें अपने कैमरे में कैद कर ही लिया. अब सवाल ये उठता है कि कलेक्टर आखिर नायब तहसीलदार को क्यों बचा रहे हैं.

बुरहानपुर। तहसील में पदस्थ नायब तहसीलदार पलकेश परमार का एक युवती के साथ मिलना जुलना युवती के परिजनों को नागवार गुजरा. पलकेश युवती से मिले तो युवती के परिजनों ने उनकी की पिटाई कर दी और नायब तहसीलदार को कलेक्टर के हवाले कर दिया, इस दौरान मीडिया के सवाल पूछने पर अफसर जवाब देने से बचते रहे और करीब 6 घंटे तक मीडिया को गुमराह करते रहे. इस दौरान नायब तहसीलदार कलेक्टर के कमरे में बंद रहे.

6 घंटे बंद रहे नायब तहसीलदार


नायब तहसीलदार पलकेश के साथ युवती के परिजनों द्वारा मारपीट की खबर शहर में फैल गई. सूत्रों के मुताबिक युवती के परिजन ने नायब तहसीलदार पलकेश परमार की पिटाई की है, हालांकि इस मामले में अब तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है. परिजन द्वारा नायब तहसीलदार को कलेक्टर के हवाले करने के बाद कलेक्टर राजेश कुमार कौल ने उन्हें शाम 4 बजे से रात 10 बजे तक करीब 6 घंटे नायब कलेक्टर कक्ष में बंद रखा. कलेक्टर के जाने के 3 घंटे बाद देर रात कक्ष से नायब तहसीलदार को निकाला गया.


इस मामले में अधिकारियों ने कहा कि ऐसा कोई मामला नहीं है और ना ही नायब तहसीलदार कलेक्टर राजेश कुमार कौल के कक्ष में मौजूद हैं. मीडिया से नायब तहसीलदार को बचाने के लिए कलेक्टर कार्यालय में ताला लगा दिया गया, जिसके बाद भी मीडिया ऑफिस के बाहर बैठी रही.


कलेक्टर कक्ष में बंद नायब तहसीलदार को 6 घंटे बाद रात 10 बजे कलेक्टर के स्टेनो ने बाहर निकाला, नायब तहसीलदार पलकेश परमार जैसे ही बाहर निकले तो मीडिया के कैमरों से बचने के लिए भागने लगे, लेकिन मीडिया कर्मियों ने उन्हें अपने कैमरे में कैद कर ही लिया. अब सवाल ये उठता है कि कलेक्टर आखिर नायब तहसीलदार को क्यों बचा रहे हैं.

Intro:बुरहानपुर। तहसील में पदस्थ नायब तहसीलदार पलकेश परमार को युवती के साथ मेल-मिलाप करना महंगा पड़ गया, नायब तहसीलदार के साथ युवती के परिजनों द्वारा मारपीट की खबर आग की तरह शहर में फैल गई, सूत्रों के मुताबिक युवती के परिजनों ने नायाब तहसीलदार पलकेश परमार की पिटाई की, लेकिन कोई पुलिस शिकायत नही की हैं, हालांकि परिजनों ने आरोपित नायब तहसीलदार को कलेक्टर के हवाले कर दिया, जिसके बाद कलेक्टर राजेश कुमार कौल ने शाम 4 बजे से रात 10 बजे तक 6 घंटे नायब तहसीलदार पलकेश परमार कलेक्टर कक्ष में छुपाकर रखा गया, कलेक्टर के जाने के 3 घंटे बाद देर रात कक्ष से नायब तहसीलदार को निकाला गया।






Body:बुरहानपुर तहसील में पदस्थ नायब तहसीलदार पलकेश परमार पर कॉलोनी की एक युवती के साथ मिलना जुलना युवती के परिजनों को नागवार गुजरा, पलकेश परमार युवती से मिले तो युवती के परिजनों ने उनकी की पिटाई कर दी, और नायब तहसीलदार को कलेक्टर के हवाले कर दिया, इस दौरान मीडिया के सवाल पूछने पर अफसर जवाब देने से बचते रहे, और करीब 6 घंटे तक मीडिया को गुमराह करते रहे।



Conclusion:अधिकारियों ने मीडिया को गुमराह करते हुए कहा कि ऐसा कोई मामला नहीं है और ना ही नायब तहसीलदार कलेक्टर राजेश कुमार कौल के कक्ष में मौजूद है, मीडिया से नायब तहसीलदार को बचाने के लिए कलेक्टर कार्यालय में ताला लगा दिया गया, जिसके बाद भी मीडिया डटा रहा, जिसके बाद कलेक्टर कक्ष में बंद नायब तहसीलदार को 6 घंटे बाद रात 10 बजे कलेक्टर के स्टेनो ने बाहर निकाला, नायब तहसीलदार पलकेश परमार जैसे ही बाहर निकले तो मीडिया के कैमरों से बचने के लिए भागने लगे, लेकिन मीडियाकर्मियों ने उन्हें अपने कैमरे में कैद कर लिया, अब सवाल यह उठता है कि कलेक्टर राजेश कुमार कौल आखिर ऐसे नायब तहसीलदार को क्यों बचा रहे हैं।
Last Updated : Jan 16, 2020, 11:41 AM IST
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