बुरहानपुर। तहसील में पदस्थ नायब तहसीलदार पलकेश परमार का एक युवती के साथ मिलना जुलना युवती के परिजनों को नागवार गुजरा. पलकेश युवती से मिले तो युवती के परिजनों ने उनकी की पिटाई कर दी और नायब तहसीलदार को कलेक्टर के हवाले कर दिया, इस दौरान मीडिया के सवाल पूछने पर अफसर जवाब देने से बचते रहे और करीब 6 घंटे तक मीडिया को गुमराह करते रहे. इस दौरान नायब तहसीलदार कलेक्टर के कमरे में बंद रहे.
नायब तहसीलदार पलकेश के साथ युवती के परिजनों द्वारा मारपीट की खबर शहर में फैल गई. सूत्रों के मुताबिक युवती के परिजन ने नायब तहसीलदार पलकेश परमार की पिटाई की है, हालांकि इस मामले में अब तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है. परिजन द्वारा नायब तहसीलदार को कलेक्टर के हवाले करने के बाद कलेक्टर राजेश कुमार कौल ने उन्हें शाम 4 बजे से रात 10 बजे तक करीब 6 घंटे नायब कलेक्टर कक्ष में बंद रखा. कलेक्टर के जाने के 3 घंटे बाद देर रात कक्ष से नायब तहसीलदार को निकाला गया.
इस मामले में अधिकारियों ने कहा कि ऐसा कोई मामला नहीं है और ना ही नायब तहसीलदार कलेक्टर राजेश कुमार कौल के कक्ष में मौजूद हैं. मीडिया से नायब तहसीलदार को बचाने के लिए कलेक्टर कार्यालय में ताला लगा दिया गया, जिसके बाद भी मीडिया ऑफिस के बाहर बैठी रही.
कलेक्टर कक्ष में बंद नायब तहसीलदार को 6 घंटे बाद रात 10 बजे कलेक्टर के स्टेनो ने बाहर निकाला, नायब तहसीलदार पलकेश परमार जैसे ही बाहर निकले तो मीडिया के कैमरों से बचने के लिए भागने लगे, लेकिन मीडिया कर्मियों ने उन्हें अपने कैमरे में कैद कर ही लिया. अब सवाल ये उठता है कि कलेक्टर आखिर नायब तहसीलदार को क्यों बचा रहे हैं.