बुरहानपुर। नगर निगम परिषद ने तय किया है कि दोबारा टेंडर बुलाए जाएंगे. महापौर माधुरी पटेल और एमआईसी ने सरकारी उपक्रम सेडमैप को यह ठेका देने का प्रस्ताव रखा था. कांग्रेस पार्षद व उप नेता प्रतिपक्ष उबेद शेख, फहीम हाशमी, इस्माइल सहित अन्य पार्षदों ने संस्था द्वारा भ्रष्टाचार किए जाने के साथ ही हर साल 90 लाख रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ने की बात रखी. जिसके चलते सभापति अनीता यादव ने निगमायुक्त संदीप श्रीवास्तव को नए सिरे से टेंडर आमंत्रित करने के निर्देश दिए. इस दौरान सफाई कर्मचारियों के लिए शहर को चार जोन में बांटकर अलग-अलग ठेकेदार को जिम्मेदारी सौंपने का आग्रह भी किया गया.
इन प्रस्तावों पर लगी मुहर : नगर निगम परिषद की पिछली बैठक में कुल 11 प्रस्ताव रखे गए थे. इनमें से तीन प्रस्ताव पास हो गए थे, जबकि आठ प्रस्ताव शेष थे. बुधवार को इन पर चर्चा कर सात प्रस्ताव पास किए गए. जो प्रस्ताव पास किए गए हैं, उनमें कमल टॉकीज तिराहे पर स्व. राजीव गांधी, गुजराती मार्केट के पास पं.दीनदयाल उपाध्यक्ष, लालबाग में बाबा साहेब अंबेडकर व सिंधी बस्ती चौराहे में सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमाएं लगाई जाएंगी. सिंधी बस्ती चौराहे और यहां से गणपति नाका मार्ग का नाम पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर रखा जाएगा. कर्मचारियों का ठेका सेडमैप को देने का प्रस्ताव खारिज हो गया.
तीन नालों का होगा चेनलाइजेशन : शहर की तीन प्रमुख नालों का बाढ़ आपदा प्रबंधन मद से चेनलाइजेशन के प्रस्ताव को हरी झंडी मिली है. शहर विकास योजना के तहत नगर निगम कुछ संपत्तियां लीज पर देगा. इस योजना से जयस्तंभ पानी टंकी वाली भूमि को अलग कर गांधी भवन और लालबाग के निगम कार्यालय की भूमि को शामिल किया गया है. नागरिकों से सीवरेज उपयोग शुल्क वसूलने और कर में वृद्धि का प्रस्ताव पास हो गया है. ननि के नए कार्यालय भवन के लिए कलेक्टरेट मार्ग स्थित बीज निगम की भूमि लेकर दूसरी भूमि देने और निर्माणाधीन नए बसस्टैंड के ठेकेदार के निधन पर उसके पुत्र को ठेका देने का प्रस्ताव पास किया गया है.
सांसद प्रतिनिधि को लेकर हंगामा : सांसद प्रतिनिधि अतुल पटेल को लेकर कांग्रेसी पार्षदों ने जमकर हंगामा मचाया. वे यह मानने को ही तैयार नहीं थे कि सांसद प्रतिनिधि परिषद की चर्चा में शामिल हो सकते हैं. उप नेता प्रतिपक्ष उबेद शेख, फहीम हाशमी आदि ने यह कहते हुए विरोध जताया कि सांसद और विधायक प्रतिनिधियों को सिर्फ सुझाव देने का अधिकार है. भाजपा के संभाजी सगरे सहित अन्य पार्षद भी खड़े हो गए और इसे गलत बताया. दोनों पक्षों के बीच लंबी झड़प के बाद सभापति अनीता यादव ने निगमायुक्त संदीप श्रीवास्तव को नियम बताने के लिए निर्देशित किया. उन्होंने नगर निगम एक्ट की धारा 9 का उल्लेख करते हुए बताया कि सांसद और विधायक प्रतिनिधि वोटिंग में भाग नहीं ले सकते. शेष सभी मामलों में पार्षद के रूप में चर्चा कर सकते हैं. जिसके बाद मामला शांत हुआ.
मुरैना नगर निगम में भाजपा पार्षदों का हंगामा, पशुपतिनाथ महादेव मेले में घूसखोरी का आरोप
कालू जंगाले का प्रभार समाप्त : परिषद की बैठक शुरू होते ही तीन महिला पार्षदों ने महापौर माधुरी पटेल को अपना दर्द बताया. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रभारी सेक्टर सुपरवाइजर कालू जंगाले उनके प्रतिनिधियों से अभद्रता से बात करता है. ऐसा कई बार हो चुका है. जिस पर महापौर ने कहा कि महिला पार्षदों के साथ किसी कर्मचारी द्वारा अभद्रता स्वीकार नहीं की जाएगी. निगम अध्यक्ष अनीता यादव ने भी इस पर नाराजगी जताई. जिसके बाद निगमायुक्त ने कालू जंगाले का प्रभार समाप्त कर तत्काल उसे मूल पद पर भेजने की घोषणा की, जिसका सभी पार्षदों ने मेज थपथपा कर स्वागत किया.