बुरहानपुर। हत्या से पहले शंकर उर्फ कालू को हत्यारों ने शानदार पार्टी दी. इसमें चिकन, मटन, अंडा, शराब परोसी गई. शंकर को पहले जमकर शराब पिलाई और जब उसे नशा चढ़ गया तो बाइक पर बिठाकर शहर से करीब 12 किमी दूर जंगल में ले जाकर तीन लोगों ने उसकी हत्या कर दी. पहले उसके गले में रस्सी डालकर गला घोंटा गया. इसके बाद भी हत्यारों का मन नहीं भरा तो उसके गले पर ब्लेड से कई घाव किए.
पति की पिटाई से परेशान थी महिला : विशेष लोक अभियोजक दीपक बी उमाले का कहना है कि जिले के इतिहास में संभवत: यह पहला मामला होगा,जब एक साथ इतने लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है. मामले के अनुसार शहर के आलमगंज क्षेत्र में रहनी वाली क्षमा बाई सांवले को उसके पति शंकर उर्फ कालू की पिटाई ने उसे बेवफा बनाया था. क्षमा बाई एक फैक्ट्री में काम करने जाती थी. वहां उसकी मुलाकात आलमगंज के ही जीतू उर्फ जितेंद्र महाजन से हुई. धीरे-धीरे यह दोस्ती प्यार में बदल गई.
प्रेमिका की पीड़ा नहीं सहन कर सका आशिक : क्षमा बाई ने उसे अपनी पीड़ा बताई. जीतू को अपनी प्रेमिका पर उसके पति द्वारा किया जा रहा जुल्म बर्दाश्त नहीं हुआ. उसने प्रेमिका से कहा कि वह कोई न कोई रास्ता निकालेगा. इसके बाद उसने योजनाबद्ध तरीके से पहले शंकर से दोस्ती की और घर आना जाना शुरू कर दिया. अच्छी दोस्ती हो जाने पर एक दिन उसने शंकर को भैरव बाबा मंदिर के पास शानदार पार्टी देने की बात कही. शंकर के राजी होने पर जीतू एक अप्रैल 2019 को अपने साथी हमीदपुरा निवासी गोकुल पाटिल, छोटा बोरगांव निवासी किशोर सोनी के साथ पार्टी में पहुंचा. इसके बाद शंकर को जमकर शराब पिलाई. फिर उसे बाइक पर जबरन बैठाकर ठाठर बलडी क्षेत्र के जंगल में ले गए और रस्सी से गला घोंट दिया. साथ गले में ब्लेड से कई घाव कर दिए.
ये साक्ष्य बने थे आधार : विशेष लोक अभियोजक दीपक बी उमाले ने बताया कि ठाठर गांव के कोटवार से शव पड़े होने की सूचना मिलने पर निंबोला पुलिस ने जांच शुरू की थी. पुलिस ने गांव के आधा दर्जन से ज्यादा साक्षियों के अलावा क्षमा और जीतू के बीच मोबाइल पर हुई बातचीत के कॉल डिटेल, शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आदि प्रस्तुत की थी. यही साक्ष्य चारों आरोपियों की सजा का आधार बने. Life imprisonment four people, Murder of husband, wife lover killed husband