बुरहानपुर। जिले से होकर गुजरने वाला इंदौर-इच्छापुर हाईवे अब किलर हाईवे के रूप में तब्दील हो चुका है. यहां हर साल सड़क हादसों का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है. इस हाईवे पर साल 2010 से लेकर अब तक 2 हजार 508 घटनाओं में 3 हजार 725 लोग घायल और 731 लोगों की मौत हो चुकी है.
आकंड़ों को देख नए पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने जिला प्रशासन से मिलकर सड़क को सुधारने का निर्णय लिया है. पदभार ग्रहण करने के बाद से ही उन्होंने हादसे की तारीख, घटनास्थल और समय की भी जानकारी जुटाई है. इसमें कटी घाटी निंबोला थाना और गणपति थाने के पास सबसे अधिक घटनाएं हुई हैं. 35 किलोमीटर की सड़क पर लगभग 25 से अधिक अंधे मोड़ हैं. एसपी ने लोगों से हेलमेट पहनकर वाहन चलाने की अपील की है.
ये हैं 2010 से अब तक के सड़क हादसे के आंकड़े
2010 में 236 दुर्घटनाएं, 716 घायल और 252 मौतें
2011 में 195 दुर्घटनाएं, 262 घायल और 59 मौतें
2012 में 264 दुर्घटनाएं, 509 घायल और 57 मौतें
2013 में 395 दुर्घटनाएं, 505 घायल और 74 मौतें
2015 में 360 दुर्घटनाएं,440 घायल और 77 मौतें
2016 में 384 दुर्घटनाएं, 427 घायल और 62 मौतें
2017 में 357 दुर्घटनाएं, 439 घायल और 84 मौतें
2018 में 291 दुर्घटनाएं, 407 घायल और 82 मौतें
2019 में 1 जनवरी से आज तक 52 दुर्घटनाएं, 64 घायल और 21 मौतें
इन आंकड़ों पर जब नए पुलिस अधीक्षक और कलेक्टर की नजर पड़ी, तो उन्होंने अन्य अधिकारियों की बैठक लेकर इसे सुधारने के निर्देश दिए हैं.