बुरहानपुर। जिसके अपने या तो दुनिया छोड़ चुके हैं या फिर दुनिया में रहने के लिए अस्पतालों में जूझ रहे हैं, उस अभागे युवक के परिजनों का फर्ज निगम अधिकारी निभा रहे हैं. दरअसल, ये कहानी है उस अभागे युवका का, जिसके माता-पिता की हाल ही में कोरोना से मौत हो गई थी, अब उसकी भी मौत कोरोना से हो गई है, जबकि उसके भाई-चाचा सहित अन्य परिजन अस्पतालों में कोरोना से जंग लड़ रहे हैं.
जब युवक का अंतिम संस्कार करने वाला परिवार का कोई भी सदस्य मौजूद नहीं था, तब निगमायुक्त भगवान दास भूमरकर, उपायुक्त सलीम खान, कमलेश पाटीदार ने विधि विधान से मृतक का अंतिम संस्कार किया. बताया जा रहा है कि युवक का पूरा परिवार ही कोरोना पॉजिटिव है. करीब एक सप्ताह पहले युवक के माता पिता की कोरोना से मौत हो गई थी, युवक की मौत के बाद परिवार में उसके अंतिम संस्कार के लिए कोई मौजूद नहीं था.
जब ये बात नगर निगम अधिकारियों को पता चली तो सभी ने मिलकर राशि जुटाकर अंतिम संस्कार की सामग्री खरीदी और पूरे रीति-रिवाज के साथ अंतिम संस्कार किया. इस दौरान सभी अधिकारियों ने नम आंखों से युवक को अंतिम विदाई दी. युवक के अंतिम संस्कार की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, मृतक की बहन, बहनोई और रिश्तेदार भी आइसोलेशन सेंटर में भर्ती हैं, जिले में अब तक 10 कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है, जबकि 122 मरीज कोरोना से संक्रमित हैं.