बुरहानपुर। जिले में बहुचर्चित फर्जी शिक्षक भर्ती घोटाले में जांच का दायरा जैसे-जैसे बढ़ता जा रहा है, वैसे वैसे फर्जी तरीके से नौकरी हासिल करने वाले शिक्षकों की संख्या भी बढ़ रही है. करीब एक वर्ष से चल रही जांच में अब 68 शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है, जबकि जांच में सामने आ रहे तथ्य इशारा कर रहे हैं कि अभी और फर्जी शिक्षक सामने आ सकते हैं. वहीं अब वर्ष 2006-07 में नियुक्ति पाने वाले करीब ढाई सौ शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच शुरू हो गई है.
जिला पंचायत के सभाकक्ष में जांच अधिकारियों ने सभी शिक्षकों के मूल दस्तावेजों की जांच की, जिसमें कई शिक्षकों के दस्तावेजों में कमियां पाई गई है. सभी शिक्षकों के मूल दस्तावेजों का मिलान की जिला पंचायत और शिक्षा विभाग में मौजूद रिकॉर्ड से किया जा रहा है. वहीं जांच में पाए जाने वाले फर्जी शिक्षकों के खिलाफ भी जिला पंचायत सीईओ द्वारा कार्रवाई की जाएगी.
जिला पंचायत सीईओ राहुल सक्सेना ने बताया कि एक पखवाड़े पहले वर्ष 2009 में नियुक्ति पाने वाले 60 से अधिक शिक्षकों की जांच की थी, जिसमें 10 संदिग्ध शिक्षक पाए गए हैं. संदिग्ध शिक्षकों की और गहराई से जांच की जा रही है, अंतिम रिपोर्ट आने के बाद बर्खास्तगी और एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई की जाएगी.