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Burhanpur News: आधुनिक खेती की ओर बढ़े किसान, फसलों को कीट से बचाने के लिए ड्रोन से कीटनाशक का छिड़काव - ड्रोन से कीटनाशक का छिड़काव

अब किसान अत्याधुनिक तरीके से खेती करने लगे हैं. बुरहानपुर में आजकल किसान ड्रोन के माध्यम से खेतों में फसलों पर ड्रोन की मदद से कीटनाशक का छिड़काव कर रहे हैं. किसान इस सुविधा से खुश हैं, क्योंकि इससे समय व पैसे की बचत हो रही है.

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फसलों को कीट से बचाने के लिए ड्रोन से कीटनाशक का छिड़काव
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Published : Aug 14, 2023, 7:40 AM IST

फसलों को कीट से बचाने के लिए ड्रोन से कीटनाशक का छिड़काव

बुरहानपुर। जिले के किसान आधुनिक खेती को लेकर सचेत हैं. किसानों ने फसलों पर कीटनाशक के छिड़काव के लिए पारंपरिक संसाधनों का उपयोग करना लगभग बंद कर दिया है. नई तकनीक भी ऐसी अपनाई है कि जिसे कोई पहली बार देखे तो दांतों तले अंगुलियां दबा लें. दरअसल, किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि अब तक वीडियो, फोटो के लिए उपयोग होने वाला ड्रोन खेती, किसानी के भी काम आ सकता है. इस बात को कृषि विभाग ने सच कर दिखाया हैं, फसलों पर छिड़काव के लिए किसानों को कृषि विभाग ने ड्रोन उपलब्ध कराया है.

एक एकड़ में 10 मिनट लगते हैं : ड्रोन की मदद से किसानों के समय की बचत हो रही है. साथ ही सुविधा भी मिली है. ड्रोन के माध्यम से किसान एक एकड़ फसल में मात्र 10 मिनट में कीटनाशक का छिड़काव कर रहे हैं. इसके लिए किसी मजदूर की जरूरत भी नहीं है. बाकायदा कृषि विभाग के कर्मचारी ड्रोन ऑपरेट करते हैं. किसान के कहे अनुसार कीटनाशक का छिड़काव करते हैं. किसानों ने बताया हमें एक एकड़ में कीटनाशक का छिड़काव करने के लिए 400 से 500 रुपए खर्च आता है ये तो सिर्फ मजदूर का खर्च है. कीटनाशक का खर्च अलग है.

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किसानों को मिलेगी ड्रोन की ट्रेनिंग : किसानों का कहना है कि हमें सिर्फ कीटनाशक पर खर्च करना पड़ रहा है, जिससे मजदूरों के मुंहमांगी मजदूरी से बच रहे हैं, खरीफ सीजन में अब तक सौ से ज्यादा किसान इस तकनीक से छिड़काव करवा चुके है. किसानों की बढ़ती रुचि को देखते हुए कृषि विभाग ने इच्छुक किसानों को अनुदान के साथ ड्रोन खरीदने की सुविधा दी है. साथ ही इन्हें उड़ाने का प्रशिक्षण भी दिलाने की तैयारी में है. उपसंचालक कृषि विभाग मनोहर देवके का कहना है कि ड्रोन के आ जाने के कारण अब कीटनाशक का छिड़काव आसान हो गया है.

फसलों को कीट से बचाने के लिए ड्रोन से कीटनाशक का छिड़काव

बुरहानपुर। जिले के किसान आधुनिक खेती को लेकर सचेत हैं. किसानों ने फसलों पर कीटनाशक के छिड़काव के लिए पारंपरिक संसाधनों का उपयोग करना लगभग बंद कर दिया है. नई तकनीक भी ऐसी अपनाई है कि जिसे कोई पहली बार देखे तो दांतों तले अंगुलियां दबा लें. दरअसल, किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि अब तक वीडियो, फोटो के लिए उपयोग होने वाला ड्रोन खेती, किसानी के भी काम आ सकता है. इस बात को कृषि विभाग ने सच कर दिखाया हैं, फसलों पर छिड़काव के लिए किसानों को कृषि विभाग ने ड्रोन उपलब्ध कराया है.

एक एकड़ में 10 मिनट लगते हैं : ड्रोन की मदद से किसानों के समय की बचत हो रही है. साथ ही सुविधा भी मिली है. ड्रोन के माध्यम से किसान एक एकड़ फसल में मात्र 10 मिनट में कीटनाशक का छिड़काव कर रहे हैं. इसके लिए किसी मजदूर की जरूरत भी नहीं है. बाकायदा कृषि विभाग के कर्मचारी ड्रोन ऑपरेट करते हैं. किसान के कहे अनुसार कीटनाशक का छिड़काव करते हैं. किसानों ने बताया हमें एक एकड़ में कीटनाशक का छिड़काव करने के लिए 400 से 500 रुपए खर्च आता है ये तो सिर्फ मजदूर का खर्च है. कीटनाशक का खर्च अलग है.

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