बुरहानपुर। पहले बारिश न होना, फिर अचानक आंधी तूफान आना और अब फसल में लगने वाली ऐसी बीमारी, जिससे किसानों अपनी फसल फेंकने को मजबूर हो गए हैं. जिले के केला उत्पादक किसानों की केला फसलों पर कुकंबर मोजेक वायरस (सीएमवी) का प्रकोप बढ़ गया है. इसके चपेट में आने से खेतों में लगी फसल खराब हो रही है. इससे पीड़ित किसान फसल उखाड़कर फेंकने को मजबूर है. नेपानगर इलाके के हिंगना गांव के किसान अजय ने करीब 6 हजार केली के पौधे उखाड़ फेंके. इसके बाद किसान अजय ने प्रशासन से मुआवजा की मांग की है.
ये भी पढ़ें... |
किसान अजय ने बताया- सीएमवी वायरस केला फसल पर एक तरह का छुआछूत जैसा रोग है. यह एक पौधे से दूसरे पौधे पर तेजी से फैलता है. इससे फसल खराब हो जाती है. इसमें चिंता की बात ये है कि एक बार ये वायरस लग जाता है, तो किसान को पौधा ही उखाड़ कर फेंकने पड़ते हैं. सीएमवी वायरस से मेरे खेत मे करीब 6 हजार केले के पौधे खराब हो गए. इसके चलते अन्य किसानों की मदद से पौधे उखाड़कर फेंकना पड़े.
किसानों का कहना है कि पिछले साल भी केला फसल पर सीएमवी वायरस का प्रकोप आया था. इसके कारण किसानों के खेतों में खड़ी केला फसल खराब हुई थी. इससे उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा था. इस साल फिर सीएमवी वायरस फैलने से किसानों को नुकसान हो रहा है. इस साल पहले ही बारिश में आंधी, तूफान के कारण 2 से 3 बार केला फसल खराब हुई थी. अब यह वायरस किसानों के लिए मुसीबत साबित हो रहा है.