बुरहानपुर। केरल के कन्याकुमार से शुरू हुई राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा आज महाराष्ट्र से मध्यप्रदेश पहुंची (bharat jodo yatra in mp). यात्रा का पहला पड़ाव बुरहानपुर जिले का बोदरली गांव रहा. यहां सुबह 7 बजे राहुल की आरती उतारकर और फूलों की बारिश कर भव्य स्वागत किया गया (rahul grand welcome in mp). वहीं राहुल गांधी की एक झलक पाने के लिए लोगों का जनसैलाब उमड़ा. बुरहानपुर पहुंचे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने राष्ट्रीय ध्वज थामकर मध्यप्रदेश में यात्रा का स्वागत किया. कमलनाथ ने कहा कि एमपी में यात्रा को सबसे ज्यादा जनसमर्थन मिलेगा. इसके अलावा बंजारा लोक नृत्य कलाकार रीना नरेंद्र पवार ने उनके स्वागत में लोक नृत्य की प्रस्तुति दी. वहीं बुरहानपुर पहुंचे राहुल ने कहा कि बुरहानपुर मोहब्बत का सेंटर है. ये बात आप हिंदुस्तान को हजारों सालों से कह रहे हो. हम मोहब्बत के इस मैसेज को श्रीनगर तक ले जाएंगे. वहीं एमपी में अपने पहले भाषण में राहुल ने भाजपा पर हमला भी बोला. राहुल ने कहा कि बीजेपी पहले डर फैलाती है फिर हिंसा. हिंदुस्तान में किसी को डरने की जरूरत नहीं है.
बोदरली से चलकर बुरहानपुर पहुंची यात्रा: राहुल का काफिला सुबह 6 बजे महाराष्ट्र के जलगांव जामोद से रवाना हुआ था. एमपी में यात्रा की शुरुआत बोदरली से हुई, यहां पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने स्वागत किया. यहां बोदरली को राहुल के स्वागत में केले के पत्तों से सजाया गया. मध्यप्रदेश पहुंचने पर लोक कलाकारों ने राहुल गांधी की इस यात्रा का स्वागत किया. इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि हम अपने हाथों में तिरंगा लेकर कन्याकुमारी से यात्रा शुरू की है. कोई भी इस तिरंगे को श्रीनगर पहुंचने से नहीं रोक सकता है. वहीं यात्रा साढ़े तीन घंटे चलकर बुरहानपुर पहुंची. यहां राहुल ने जनसभा को संबोधित किया (rahul addressed sabha in burhanpur). राहुल ने यात्रा में उमड़े जनसैलाब और जोरदार स्वागत पर जनता को धन्यवाद देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश ने महाराष्ट्र का रिकॉर्ड तोड़ दिया. वहीं उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि हमने ये यात्रा देश में जो डर का माहौल है, उसके खिलाफ शुरू की है. उन्होंने कहा कि हमारे सामने सभी रास्ते बंद होते जा रहे. चुनाव का रास्ता भी बंद होता दिख रहा. न्यायपालिका पर दबाव डाल रखा है. राहुल गांधी ने कहा कि तब एक ही रास्ता है, सड़क पर उतरो.
राहुल बोले- नफरत और हिंसा के खिलाफ है Bharat Jodo Yatra, देश के दिल MP में हुआ जोरदार स्वागत
बुरहानपुर में सभा को किया संबोधित: राहुल गांधी ने कहा कि किसी ने मैं 2000 किलोमीटर चला, ये मुश्किल काम नहीं है. जबकि किसान जिंदगी में 30 से 40 हजार किलोमीटर चलता है. असली काम वो करता है. उसे क्या जरूरत होती है. किसान के दिल में डर भर दिया. 24 घंटे काम करता है, सुबह 4 बजे उठता है, आधी रोटी खाता है, फिर जब उसका फसल बेचने का समय आता है तो दिल्ली में बैठे लोग एमएसपी गिरा देते हैं. वहीं राहुल ने बेरोजगारी को लेकर भी केंद्र और प्रदेश सरकार पर निशााना साधा. एमपी में कांग्रेस की सरकार गिराने पर राहुल ने कहा कि कुछ विधायकों को खरीद कर भाजपा ने ग़लतफ़हमी पाल ली है कि उसने हमें लोगों के दिलों से दूर कर दिया. रुपयों में ईमान बिकता होगा, प्यार और विश्वास नहीं. जनता खुद जवाब देगी. उन्होंने आगे कहा कि ये यात्रा हमने कन्याकुमारी में शुरू की थी. जब हमने शुरू की तो विपक्ष के लोगों ने कहा था कि हिंदुस्तान 3600 किमी लंबा है (Rahul Gandhi Bharat Jodo Yatra Route). यह पैदल नहीं किया जा सकता. हम मध्यप्रदेश में आए हैं. यहां 370 किमी चलेंगे. यह तिरंगा हम श्रीनगर में लहराएंगे. इसे कोई नहीं रोक सकता. यात्रा के पीछे 3 लक्ष्य है. सबसे पहला- जो नफरत, हिंसा और डर हिंदुस्तान में फैलाया जा रहा है, उसके खिलाफ यह यात्रा है. वहीं राहुल गांधी ने लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मैंने सोचा भी नहीं था कि महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में इतना प्यार मिलेगा. उन्होंने कहा कि अभी मुझसे कमलनाथ ने पूछा कि राहुल आप थके नहीं. तब राहुल ने जनता से पूछा कि आप मेरा चेहरा देखिए और बताइए, क्या आपको मेरा चेहरा थका हुआ दिख रहा है.
बुरहानपुर में यात्रा का विश्राम: वहीं भारत जोड़ो यात्रा के मीडिया प्रभारी जयराम रमेश के कहा कि यात्रा अब तक 32 जिलों से गुजर चुकी है. देश का ध्यान सिर्फ राहुल गांधी पर है. 120 यात्री राहुल गांधी के साथ चल रहे हैं. इन 120 में से करीब एक तिहाई महिलाएं हैं. वहीं मध्यप्रदेश के 11 यात्री हैं, इनमें से 4 महिलाएं हैं. राहुल के अलावा अगर यात्रा में कोई सबसे ज्यादा एक्टिव हैं तो वह दिग्विजय सिंह हैं. कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में राहुल के साथ पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, अरुण यादव, सुरेंद्र सिंह शेरा, जीतू पटवारी सहित मध्यप्रदेश के कई नेता पैदल चल रहे हैं. आज यात्रा का विश्राम बुरहानपुर में होगा. दूसरे दिन यानि की 24 नवंबर को यात्रा बुरहानपुर से चलकर खंडवा पहुंचेगी.