बुरहानपुर। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने पहुंची पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस को लगभग डेढ़ घंटे का इंतजार करना पड़ा. बताया जा रहा है कि जिस अलमारी में अस्थि कलश रखा हुआ था उसकी चाबी नहीं मिल रही थी. चाबी न मिलने पर ताला तोड़कर अस्थि कलश को बाहर निकाला गया. दरअसल बुरहानपुर में पूर्व प्रधानमंत्री का स्मारक बनाया जाएगा, जिसके लिए उनकी अस्थियों को यहां रखा गया है.
अटल जी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देने कार्यकर्ताओं के साथ पहुंची पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस को बंद अलमारी में रखे हुए कलश को निकलवाने में डेढ़ घंटे इंतजार करना पड़ा, लेकिन जब नगर निगम की बड़ी लापरवाही उजागर हुई, पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस के निर्देश पर नगर निगम अध्यक्ष, महापौर तथा नगर निगम जनसपंर्क अधिकारी की उपस्थिति में अलमारी का ताला तोड़कर अस्थि कलश को बाहर निकाला गया. कलश निकालने के बाद अटल बिहारी वाजपेई के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया गया और श्रद्धांजलि दी गई. इस संबंध में पूर्व मंत्री चिटनीस से चर्चा की गई तो उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को बचाते हुए कहा कि जिस अधिकारी के पास अलमारी की चाबी है, वह छुट्टी पर गए हुए हैं और चाबी साथ में लेकर गए इसलिए ताला तोड़ना पड़ा.