बुरहानपुर। दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों को समर्थन देने और केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि सुधार कानूनों के विरोध में सोमवार को कांग्रेस ने शहर में ट्रैक्टर रैली निकाली. करीब 200 से अधिक ट्रैक्टरों पर सवार होकर निकले कांग्रेस कार्यकर्ताओं का नेतृत्व पूर्व केंद्रीय मंत्री व पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव ने खुद ट्रैक्टर चलाकर किया. राजपुरा गेट से शुरू हुई रैली शहर के प्रमुख मार्गो से होते हुए शिवकुमार प्रतिमा के पास समाप्त हुई. सभा के दौरान अरुण यादव ने केंद्र सरकार को जमकर आड़े हाथों लिया, उन्होंने कहा कि यह काला कानून अडानी-अंबानी जैसे धनकुबेर को लाभ पहुंचाने और अन्नदाता किसानों को बर्बाद करने के लिए लाए गए हैं. हमें इन कानूनों की गहराई में जाना होगा, तभी इसकी खामियां समझ सकते हैं. इस काले कानूनों को वापस लेने के सिवा और कोई दूसरा विकल्प सरकार के पास नहीं है.
यह लड़ाई सिर्फ पंजाब-हरियाणा की नहीं बल्कि पूरे देश की लड़ाई है
पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली बॉर्डर पर विरोध कर रहे किसान बीते 60 दिन से डटे हुए हैं, लेकिन अब तक प्रधानमंत्री की ओर से किसी तरह का बयान सामने नहीं आया है. उनकी यह चुप्पी आश्चर्यजनक है.
केंद्र सरकार और किसानों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है, बावजूद सारी बैठक बेनतीजा साबित हुई. अब यह लड़ाई सिर्फ हरियाणा और पंजाब के किसानों की नहीं बल्कि पूरे देश के किसानों की लड़ाई है. हम सभी को किसानों के समर्थन में आगे आने की जरूरत है. नए कृषि कानूनों में किसानों को कहीं भी फसल बेचने की स्वतंत्रता तो दे दी गई है,लेकिन उनकी उपज का पूरा मूल्य उन्हें मिलेगा इसकी कोई गारंटी नहीं है. देश के कृषि मंत्री मध्य प्रदेश से आते हैं, वे जब अपने क्षेत्र के किसानों की समस्या नहीं सुलझा पा रहे तो प्रदेश और देश के किसानों की समस्या कितनी सुलझा पाएंगे, यह आप समझ सकते हैं.