बुरहानपुर। कोरोना काल में रोजगार के साधन छिन जाने से जहां कई गांवों में मजदूर खाली हाथ बैठे हैं, वहीं कई पंचायतों में महीनों तक काम करने के बाद भी श्रमिकों को मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा. जिसके चलते मजदूरों में प्रशासन, सरकार और सरपंच, सचिव के प्रति आक्रोश पनप रहा है. ऐसा ही जिले से लगी पातोंडा पंचायत से सामने आया है, जहां मजदूरी नहीं मिलने पर मजदूरों ने पंचायत कार्यालय का घेराव कर सरपंच और सचिव के विरोध में जमकर नारेबाजी भी की.
मजदूरों का आरोप है कि पंचायत द्वारा मनरेगा योजना से तालाब निर्माण का काम तो करा लिया गया, लेकिन तीन माह से मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा है. इस प्रदर्शन में रोजगार गारंटी में काम करने वाले श्रमिकों के अलावा ग्रामीण भी शामिल हो गए और सरपंच-सचिव को जमकर खरी खोटी सुनाई. ग्रामीणों ने गांव में गंदगी का अंबार लगे होने, सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे हो जाने पर भी उन्हें नहीं भरवाने, शौचालय निर्माण नहीं कराने के आरोप भी लगाए. कुछ ग्रामीणों ने तो सरपंच और सचिव को हटाने की मांग भी कर डाली हैं.
इस मामले में जब पंचायत सचिव विकास सोलंकी से बात की गई तो उनका कहना था कि जनपद पंचायत को फाइल भेज दी है. अगले दो-चार दिन में सभी के खाते में भुगतान हो जाएगा, सीईओ जनपद पंचायत केके खेड़े को भी इसकी जानकारी दे दी गई है.