बुरहानपुर। जिला अस्पताल में ठेकेदार की मनमानी से आउटसोर्स कर्मचारी परेशान चल रहे थे. कर्मचारियों ने आरएमओ डॉ. भूपेंद्र गौर के चेंबर में खूब हंगामा बरपाया. कर्मचारियों का आरोप हैं कि रोजाना ड्यूटी पर आने के बाद भी ठेकेदार हमें छुट्टी पर बताकर हमारे वेतन से प्रतिमाह 4 से 5 हजार कटौती करते है. दरअसल आउटसोर्स महिला कर्मचारियों ने जिला अस्पताल के रेजीडेंट मेडिकल ऑफीसर (RMO) डॉ. भूपेंद्र गौर से शिकायत की. कर्मचारियों ने जिला अस्पताल द्वारा दिए गए ठेके को निरस्त करने की मांग की है.
ठेकेदारों पर नहीं हो रही है कार्रवाई: महिला कर्मचारियों ने बताया कि "स्वास्थ्य विभाग जब ठेकेदार को प्रति कर्मचारी के हिसाब से प्रतिमाह 10,300 रुपये का भुगतान किया जा रहा है. फिर ठेकेदार 4 से 5 हजार क्यों काटे रहे हैं. आरएमओ ने इस पूरे मामले की जांच करने का आश्वासन दिया है. इसके पहले भी जनसुनवाई में आउटसोर्सिंग कर्मचारी अपर कलेक्टर शैलेंद्र सिंह सोलंकी से शिकायत कर चुके हैं. उसके बाद भी अस्पताल प्रबंधन हठधर्मिता दिखाते हुए ठेकेदार पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. जिला अस्पताल में 78 आउटसोर्सिंग कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं."
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इंदौर में करंट लगने से लाइनमैन की मौत: इंदौर से मिली एक अन्य खबर के अनुसार सिमरोल थाना क्षेत्र में एमपीबी के आउटसोर्स कर्मचारी पंकज पटेल की करंट लगने से मौत हो गई. बताया जा रहा है कि पंकज इलेक्ट्रिक पोल पर बिजली सुधारने का कार्य कर रहा था. इस दौरान उसे करंट लग गया और उसकी मौत हो गई. पंकज की मौत के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने इंदौर-खंडवा रोड पर चक्का जाम कर दिया. मामले की सूचना लगते ही सिमरोल तहसीलदार आनंद मालवीय मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाइश देकर मामला शांत कराने का प्रयास किया. परिजनों का कहना है कि "1 करोड़ रुपए का मुआवजा, परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए.