भोपाल। मध्यप्रदेश में 2017 के बाद से पुलिस भर्ती नहीं हुई है. जिसे लेकर लाखों युवा एकजुट होकर सोशल मीडिया पर लगातार अभियान चला रहे हैं. युवाओं का कहना है कि बीते कई सालों से भर्ती नहीं निकलने से आरक्षक और सब इंस्पेक्टर भर्ती की तैयारी कर रहे लाखों युवा ओवर एज हो चुके हैं. वहीं कई ओवर ऐज होने की कगार पर आ गए हैं. इसके चलते सभी ने अधिकतम आयु सीमा बढ़ाकर 37 वर्ष करने सहित पांच मांग उठाई हैं. युवाओंं ने प्रदेश भर में सभी जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के नाम ज्ञापन सौंपकर जुलाई में भर्ती निकालने की मांग की है.
लंबे समय से पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं ने प्रदेश भर में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर 5 मांगे उठाई हैं. भोपाल कलेक्टर तरुण पिथोड़े को युवाओं ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के नाम ज्ञापन सौंपा है. छात्रों की प्रमुख मांग पुलिस भर्ती में आयु सीमा बढ़ाकर 37 वर्ष करने की है. इसके साथ ही युवाओं ने यह भी मांग की है कि परीक्षा पीईबी से कराई जाए. 15, 000 आरक्षक के पद और सब इंस्पेक्टर के 1500 पदों पर भर्ती की जाए.
उम्मीदवारों का कहना है कि लॉकडाउन के बाद प्रदेश का बड़ा अभियान है. इसे प्रदेश के हर गांव तक ले जाएंगे और सरपंच तक के माध्यम से अपनी मांग शासन तक पहुंचाने की मांग करेंगे. इस अभियान के लिए छात्रों ने बेरोजगार युवा संघ बनाया है, जिसमें बड़ी संख्या में भर्ती परीक्षा की तैयारी करने वाले युवा एकजुट होकर सोशल मीडिया पर अभियान चलाकर सरकार से पुलिस भर्ती निकालने की मांग कर रहे हैं.
युवाओं का कहना है कि वह लंबे समय से पुलिस भर्ती के लिए तैयारी कर रहे हैं. लाखों रुपए कोचिंग इंस्टिट्यूट में फूंक चुके हैं, लेकिन प्रदेश में 2017 के बाद से अब तक कोई पुलिस भर्ती नहीं आई है. ऐसे में कई युवा ओवर ऐज हो चुके हैं. युवा प्रमुखता से यह मांग उठा रहे हैं कि पुलिस भर्ती की आयु सीमा 37 वर्ष कर दी जाए.