भोपाल। मध्यप्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए रेड जोन वाले तीन जिलों भोपाल, इंदौर, और उज्जैन में मध्यप्रदेश सरकार ने शराब दुकान बंद रखने के आदेश दिए हैं. इनके अलावा सभी जिलों में शराब की दुकानों को खोलने के आदेश प्रदेश सरकार ने दे दिए हैं, वहीं जिन जिलों में शराब की दुकानों को नहीं खोला गया है वहां के लोग ग्रीन और ऑरेंज जोन से शराब की तस्करी कर रहें हैं.
यह आरोप मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस के विधायक कुणाल चौधरी ने मध्यप्रदेश सरकार पर लगाया है. युवा कांग्रेस के नेता कुणाल चौधरी का कहना है कि अपने थोड़े से राजस्व के लिए सरकार ने शराब माफियाओं के सामने घुटने टेक दिए हैं.
विधायक कुणाल चौधरी का कहना है कि देशभर में लॉकडाउन को लगे 50 दिन पूरे होने जा रहे हैं. वहीं एक हफ्ते पहले ही सरकार के आदेश पर कई राज्यों के ग्रीन ज़ोन में शराब की दुकानें खोल दी गई हैं, जिसके चलते सभी जिलों की शराब की दुकानों पर सुबह से ही लंबी लाइनें देखने को मिल रही हैं. वहीं इन सब के बाद भी लगातार शराब की अवैध तस्करी भी शुरू कर दी गई है, जो जिले रेड जोन में हैं वहां शराब की दुकानों को बंद रखा गया है जिसके चलते शराब माफियां ग्रीन जोन में जाकर शराब की तस्करी कर रहे हैं.
विधायक कुणाल चौधरी ने कहा कि भोपाल, इंदौर, उज्जैन और आसपास के जिले रेड जोन में हैं, जिसके चलते वहां पर जिन जिलों में शराब की दुकानें खुली हैं वहां से गैरकानूनी तरीके से शराब भेजी जा रही है. लॉकडाउन होने के बाद भी अवैध शराब की तस्करी का कारोबार तेजी से किया जा रहा है.
विधायक कुणाल चौधरी शराब की दुकानें खोले जाने के फैसले के बाद से ही शिवराज सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार ने शराब माफियों को मदद पहुंचाने के लिए शराब की दुकानें खोलने का निर्णय लिया है और उन्होंने मांग की है कि सरकार जल्द से जल्द पूरे प्रदेश में शराब बंदी करे. थोड़े से राजस्व के लिए सरकार शराब माफियाओं के सामने झुक रही है, जिसकी कोई जरुरत नहीं है जबतक लॉकडाउन है तबतक शराब की दुकानों को बंद रखा जाए.