भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार 2 मार्च को बजट पेश करेगीट इस बजट से प्रदेश के युवाओं को खास उम्मीदें हैं. कोरोना काल में शिक्षा पर सबसे ज्यादा बुरा प्रभाव पड़ा है ऐसे में राजधानी के युवाओं को उम्मीद है कि सरकार बजट में शिक्षा की ओर ध्यान देगी.
प्रदेश सरकार के बजट से युवाओं को खास उम्मीद
मध्य प्रदेश सरकार कोरोना काल के बीच 2 मार्च को बजट पेश करेगी. प्रदेश के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा बजट का पिटारा खोलेंगे इस बजट से प्रदेश की जनता को खास उम्मीदें हैं खासतौर पर युवाओं को जिन्होंने कोरोना काल में बेरोजगारी की मार झेली है. कोरोना के बीच लगे लॉकडाउन के कारण प्रदेश में एक साल तक महाविद्यालय बंद रहे जिसकी वजह से कॉलेजों में कैंपस प्लेसमेंट नहीं हुए और यही वजह है कि आज लाखों बेरोजगार युवा नौकरी की तलाश में है. ऐसे में अब जब सरकार बजट पेश करने जा रही है तो युवाओं को उम्मीद है कि इस बजट में सरकार शिक्षा की गुणवत्ता की ओर ध्यान देगी.
सरकार से युवाओं को रोजगार की उम्मीद
युवाओं का कहना है कि मध्य प्रदेश में शिक्षा की व्यवस्था हमेशा से ही ठीक नहीं रही है और कोरोना काल में लाखों छात्र शिक्षा से वंचित हुए हैं. आज भी कई ऐसे छात्र है जो कोरोना के चलते पढ़ाई से जुड़ नहीं पा रहे हैं, क्योंकि उनके घरों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है ऐसे में सरकार को युवाओं के हित में बजट पेश करना चाहिए जो बच्चे अपने घरों से दूर रहकर पढ़ाई कर रहे हैं उनके लिए स्कूल फीस कॉलेज फीस और हॉस्टल फीस में कमी करनी चाहिए.
शिक्षा में सरकार से मिले आर्थिक सहायता
मोतीलाल महाविज्ञान कॉलेज में पढ़ने वाले समर्थ जैन का कहना है कि कोरोना में शिक्षा का बेहद नुकसान हुआ है. घर में पिताजी की नौकरी चली गई अब खुद की फीस जमा करने के लिए मजदूरी करनी पड़ रही है. ऐसे में अगर सरकार इस बजट में बेरोजगारी दूर करने के लिए कोई प्रस्ताव लाए तो हम युवाओं का भविष्य उज्जवल होगा. हमें नौकरी के लिए दर-दर भटकना नहीं पड़ेगा सरकार को महाविद्यालयों में उद्योग प्रशिक्षण देना चाहिए छात्र अपना खुद का बिजनेस शुरू करें इसके लिए लोन की व्यवस्था देनी चाहिए और सरकारी कॉलेजों में 100% केंपस सिलेक्शन देना चाहिए ताकि कॉलेज से डिग्री लेने के बाद युवा बेरोजगार ना रहे.
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महंगाई पर लगे लगाम
दीप्ति सिंह का कहना है कि प्रदेश में महंगाई लगातार बढ़ रही है पेट्रोल-डीजल गैस सिलेंडर के दाम इतनी तेजी से बढ़ रहे हैं, जिसके चलते घर की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गई है और घर की आर्थिक स्थिति खराब होने का असर हम युवाओं पर भी पड़ता है, क्योंकि हम घर से पैसे नहीं ले सकते ऐसे में एग्जाम टाइम में कॉलेज से प्रेशर दिया जाता है कि फीस जमा करें. अब घर से पेट्रोल के लिए पैसे मांगे या फीस के लिए घर की आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से हम युवा ठीक से पढ़ाई भी नहीं कर पाते उनका कहना है कि सरकार इस बजट में सबसे पहले महंगाई कम करें और शिक्षा में बजट का 30% खर्च करें क्योंकि जब युवा पड़ेगा आगे बढ़ेगा तभी वह प्रदेश को आगे बढ़ा पाएगा. हालांकि उनका कहना है कि हमारी तो बहुत सारी उम्मीदें हैं अब सरकार हमें बजट में क्या देती है यह देखने वाली बात होगी.