भोपाल। छतरपुर में रहने वाले मानसिक रूप से बीमार युवक ने दो दिन पहले चाकू और पेन निगल लिया था. जिससे उसे खाना खाने में दिक्कत आ रही थी, साथ ही ब्लड भी निकल रहा था. इसे देखते हुए मरीज को भोपाल के एम्स अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने एक्सरे कर पूरे मामले को समझा और 26 जनवरी को ऑपरेशन कर उसके आहार नाल से चाकू और पेन की रिफिल को बाहर निकाला. वहीं आहार नाल के ठीक होने तक मरीज को ट्यब के जरिए खाना दिया जा रहा है.
- 9 डॉक्टरों ने की सफल सर्जरी
एम्स डॉक्टरों ने आपातकाल स्थिति में 9 डॉक्टर की टीम ने सर्जरी करने का फैसला किया. सबसे पहले रोगी को आहार नाल की एंडोस्कोपी की गई. जिसमें चाकू का एक सिरा और पेन की रिफिल दिखाई दी, पेन को एंडोस्कोपी के द्वारा हटाया गया, लेकिन चाकू का आकार बड़ा होने और आहार नाल विभिन्न अंगों और मुक्त रक्त वाहिका में जख्म होने की संभावनाओं के चलते ईएनटी डॉक्टरों द्वारा खुली सर्जरी प्रक्रिया अपनाने का निर्णय लिया.
- 4 सेंटीमीटर का चीरा लगाकर निकाला गया चाकू
गर्दन की बाई ओर से मुख्य रक्त वाहिकाओं और नाजुक तंत्रिकाओं को पहचान कर सावधानी पूर्वक चाकू को निकाला गया, आहार नाल में 4 सेंटीमीटर का चीरा लगाकर बहुत ही सावधानी के साथ चाकू को नली की नसों से निकाला गया और फिलहाल आहार नाल की ठीक होने तक ट्यूब के माध्यम से आहार दिया जा रहा है, फिलहाल मरीज की 8 दिन बाद हालत स्थिर बनी हुई है, डॉक्टरों ने करीब 4 घंटे तक सर्जरी कर गले से चाकू को निकाला है, समय रहते गले से आहार नली से चाकू को नहीं निकाला जाता तो आहार नली को चीर कर चाकू बाहर आ जाता, ऐसी स्थिति में मरीज की मौत भी हो सकती थी.
- ऑपरेशन के 8 दिन बाद मरीज की स्थिति सामान्य
फिलहाल मरीज की 8 दिन बाद हालत स्थिर बनी हुई है, डॉक्टरों ने करीब 4 घंटे तक सर्जरी कर गले से चाकू को निकाला है, समय रहते गले से आहार नली से चाकू को नहीं निकाला जाता, तो आहार नली को चीर कर चाकू बाहर आ जाता. ऐसे में मरीज की जान भी जा सकती थी.