भोपाल। मध्यप्रदेश के शिखर सम्मानों की संस्कृति विभाग के द्वारा घोषणा कर दी गई है. शिवराज सरकार के समय लंबे समय तक ये सम्मान अटका पड़ा हुआ था. यही वजह रही कि अब राज्य शासन को तीन सालों का शिखर सम्मान एक साथ घोषित करना पड़ा, क्योंकि वर्ष 2016 से ही सरकार ने इस सम्मान समारोह को आयोजित करने में कुछ खास रुचि नहीं दिखाई थी. लेकिन प्रदेश में सरकार बदल जाने के बाद अब कांग्रेस ने एक बार फिर लेखक और कला धर्मी को शिखर सम्मान देने की घोषणा कर दी है.
राज्य शासन ने नौ विधाओं के लिए साल 2016 से 2018 तक के शिखर सम्मान घोषित किए गए हैं. ये सम्मान हिन्दी साहित्य, उर्दू साहित्य, संस्कृत साहित्य, शास्त्रीय नृत्य, शास्त्रीय संगीत, रूपंकर कलाओं, नाटक, आदिवासी एवं लोक कलाएं और दुर्लभ वाद्य वादन के क्षेत्र में दिए जाते हैं. सम्मान के लिए चयनित कलाकार, साहित्यकार को एक लाख की राशि, सम्मान पट्टिका एवं शॉल-श्रीफल प्रदान किया जाएगा.
सम्मानों के लिए राज्य शासन ने विधा-विशेषज्ञों की चयन समितियां गठित की थीं. समितियों की बैठक हाल ही में हुई. उल्लेखनीय है कि शिखर सम्मान केवल मध्यप्रदेश के कलाकारों और साहित्यकारों को ही दिया जाता है. शीघ्र ही भोपाल में आयोजित एक गरिमामय समारोह में ये सम्मान प्रदान किए जाएंगे.
चयनित साहित्यकार/लेखक
सम्मान = शिखर सम्मान- हिंदी साहित्य
- 2016- स्वयं प्रकाश
- 2017- नरेन्द्र जैन
- 2018- शशांक
सम्मान = शिखर सम्मान- उर्दू साहित्य
- 2016- डॉ. मुजफ्फर हनफी
- 2017- डॉ. राहत इंदौरी
- 2018- प्रो. सादिक
सम्मान = शिखर सम्मान- संस्कृत साहित्य
- 2016- डॉ. राधावल्लभ त्रिपाठी
- 2017- प्रो. भागीरथ प्रसाद त्रिपाठी
- 2018- कृष्णकान्त चतुर्वेदी
सम्मान = शिखर सम्मान- शास्त्रीय नृत्य
- 2016- विभा दाधीच
- 2017- डॉ सुचित्रा हरमलकर
- 2018- डॉ लता सिंह मुंशी
सम्मान = शिखर सम्मान - शास्त्रीय संगीत
- 2016- पं. सिद्धराम स्वामी कोरवार
- 2017- पं. किरण देशपाण्डे
- 2018- पं. विजय घाटे
सम्मान = शिखर सम्मान- रूपंकर कलाएँ
- 2016- आर.सी. भावसार
- 2017- निर्मला शर्मा
- 2018- सीमा घुरैया
सम्मान = शिखर सम्मान- नाटक
- 2016- पापिया दास गुप्ता
- 2017- लोकेन्द्र त्रिवेदी
- 2018- कन्हैयालाल कैथवास
सम्मान = शिखर सम्मान- आदिवासी एवं लोक कलाएं
- 2016- ललताराम मरावी
- 2017- लक्ष्मी त्रिपाठी
- 2018- लाडो बाई
सम्मान = शिखर सम्मान- दुर्लभ वाद्य वादन
- 2016- मैहर वाद्यवृंद
- 2017- सुविर मिश्र
- 2018- संजय पंत आगले