भोपाल। बदलती लाइफस्टाइल और अनियमित दिनचर्या के कारण मोटापा एक बड़ी समस्या बन गया है, इसके चलते हर व्यक्ति का शरीर बेडौल होता जा रहा है. मोटापे से बचाव के लिए लोग कई तरह से दवाइयां भी खाते हैं और जिम भी जाते हैं, लेकिन कई बार ज्यादा जिम करना और दवाइयां खाना आपके शरीर को नुकसान पहुंचा देता हैं. मोटापे का एक कारण अब यह भी सामने आ रहा है कि जितने ज्यादा लोग आलसी और निष्क्रिय होते जा रहे हैं या यूं कहें कि जितनी सुविधाएं बढ़ती जा रही हैं, लोग वर्कआउट में इतना समय नहीं लगा पाते. इस वजह से भी उनके शरीर पर मोटापा बढ़ता जा रहा है. कई लोग ज्यादा देर तक भी सोते हैं या खाना खाने के तुरंत बाद दोपहर में आराम करते हैं, इस वजह से भी मोटापा बढ़ जाता है जबकि ऑफिस के छोटे-छोटे काम और घर के कामों से भी अब लोग कतराने लगे हैं.
इसलिए हो रहे मोटापे का शिकार: आज हम आपसे ये बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि 4 मार्च को विश्व मोटापा दिवस मनाया जाता है. 2020 के पहले तक 11 अक्टूबर को यह दिवस मनाया जाता था, लेकिन 2020 में 4 मार्च से इस दिवस की शुरुआत की गई. आहार विशेषज्ञ डॉक्टर निधि पांडे कहती है कि "जिस तरह से पिछले 2 साल करोना के बीच में बीते और इस समय अधिकतर लोग घर पर ही रहे, ऑफिस भी कम ही जाना हुआ, इस वजह से लोग आलसी और निष्क्रिय भी हो गए क्योंकि खाना बनाने तक के लिए ऑनलाइन व्यवस्था मौजूद थी. कोविड में घर में सोने और टीवी देखने के अलावा लोगों के पास ज्यादा काम नहीं था, ऐसा में उन्हें मोटापे ने घेर लिया. अब वही आलस लोगों की दिनचर्या में शामिल हो गया है. अनियमित खानपान के साथ ही बदलती जीवन शैली एक और मोटापे का मुख्य कारण है. वहीं दूसरी ओर आज के समय में लोग वर्कआउट और काम करने से दूर होते जा रहे हैं इस जिस वजह से वह मोटापे का शिकार हो रहे हैं. आप ये भी समझ सकते हैं कि आप जितना आलसी होते जाएंगे, उतना ही मोटापा भी बढ़ता जाएगा.
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इसलिए भी बढ़ रहा है मोटापा: डॉक्टर निधि मानतीं हैं कि "मोटापे का एक कारण आज के समय में एक जगह बैठे रहना भी है, जिस तरह से मोबाइल और लैपटॉप का यूज़ ज्यादा हुआ है, तब से अधिकतर लोग एक ही जगह पर कई घंटों तक बैठे रहते हैं, जिससे बॉडी में वर्क नहीं होता. इसका सबसे ज्यादा असर बच्चों पर भी देखने को मिल रहा है, इसलिए कोशिशें करें कि कुछ देर मोबाइल को रख कर आउटडोर खेलों की और भी बच्चों को भेजें. हो सके तो बड़े भी आस-पास के पार्क आदि में कुछ समय बच्चों के साथ बिताए."
फास्ट फूड और जंक फूड है हानिकारक: डॉ निधि कहती है कि "मोटापे से बचाव के लिए सबसे महत्वपूर्ण है समय पर और संतुलित आहार करना. अगर आप एक निश्चित समय पर संतुलित आहार करते हैं तो आप मोटापे की गिरफ्त में आने से बच सकते हैं, इसके साथ ही बाजार में मिलने वाले प्रिजर्वेटिव खाने और फास्ट फूड से भी बचना चाहिए. अमूमन यह देखने में आ रहा है कि फास्ट फूड सेंटर और पिज्जा, बर्गर आदि खाने से बच्चों पर भी इसका खासा असर दिखाई दे रहा है, आज के समय में स्कूल जाने वाले छोटे बच्चे ही मोटापे का शिकार होने लगे हैं जिसका मुख्य कारण फास्ट फूड और जंक फूड है."
मोटापे से बचने के लिए क्या करें...
- समय पर आहार लेना चाहिए.
- आहार हमेशा संतुलित हो, जिसमें फाइबर की मात्रा ज्यादा हो.
- डाइट में ककड़ी, मूली, गाजर आदि को जरूर शामिल करें, क्योंकि फाइबर खाना पचाने में लाभदायक होता है.
- कम से कम 15 मिनट या अधिक से अधिक 1 घंटा एक्सरसाइज जरूर करें, अगर एक्सरसाइज नहीं कर सकते तो योग करें.
- सुबह के समय कम से कम आधा घंटा जरूर टहल लें, अगर सुबह नहीं टहल सकते हैं तो शाम को भी टहला जा सकता है.
- सोने के लिए 6 से 8 घंटे की नींद पर्याप्त होती है, इससे ज्यादा नींद ना लें.
- दोपहर में खाना खाने के बाद एकदम से कभी ना सोएं, कुछ समय रुककर सोएं.
- छोटे-छोटे काम या घर के काम स्वयं करें, जिससे बॉडी में वर्किंग बनी रहती है.
- जंक फूड और फास्ट फूड खाने से हमेशा बचे, ऐसा करने से आप मोटापे का शिकार नहीं होंगे.