भोपाल। चेहरे पर आई हल्की सी मुस्कुराहट सारे दुखों को दूर कर देती है, ऐसे में खुलकर हंसने से आपकी चिंताएं तो दूर होती ही हैं, साथ ही सकारात्मकता का संचार भी शरीर में होता है. इसी को ध्यान में रखते हुए अब हर जगह लाफ्टर थेरेपी का उपयोग भी किया जा रहा है, लाफ्टर थेरेपी के माध्यम से एक और जहां लोगों को तनाव से मुक्ति मिल रही है, वहीं दूसरी ओर उनके शरीर में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी हो रहा है.
लाफ्टर थेरेपी से तनाव से मुक्ति: भोपाल में इन दिनों योग के साथ लाफ्टर थेरेपी का उपयोग भी किया जा रहा है, जिसमें योग और प्राणायाम के साथ कुछ समय का सेशन लाफ्टर थेरेपी का होता है. योग प्रशिक्षक गायत्री जयसवाल बताती हैं कि "योग और प्राणायाम के माध्यम से लोग स्वस्थ रहने का उपाय तलाशते हैं, उनके योग सेंटर पर अधिकतर ऐसे ही लोग आते हैं जो तनाव और अव्यवस्थित दिनचर्या के चलते परेशान रहते हैं. इसमें अधिकतर वो लोग भी होते हैं जो अधिक वजन के कारण परेशान रहते हैं. ऐसे में आज के समय में योग के साथ लाफ्टर थेरेपी का उपयोग भी किया जा रहा है, इस लाफ्टर थेरेपी के माध्यम से खुलकर हंसने के साथ ही ताली बजाकर शरीर में ऊर्जा का संचार भी किया जाता है, जिससे लोगों को तनाव से मुक्ति मिलती है."
लाफ्टर थेरेपी सकारात्मक ऊर्जा का संचार: योग सेंटर्स में लाफ्टर थेरेपी का उपयोग कर रहे लोगों का कहना है कि इसके माध्यम से हमारे जीवन में बदलाव आया है. योग के साथ लाफ्टर थेरेपी का उपयोग करने वाली विजेता कहती हैं कि "पढ़ाई के साथ-साथ सोशल लाइफ के चलते मेरे जीवन में कई तनाव की स्थितियां उत्पन्न रहती थीं, ऐसे में मैं योग करने के साथ लाफ्टर थेरेपी का उपयोग करती हूं, तो इसके माध्यम से मुझे सकारात्मक ऊर्जा का संचार मिलता है." वहीं प्राइवेट जॉब करने वाले बृजेश बताते हैं कि "मैं सुबह से काम पर निकल जाता हूं और देर रात तक घर पर आता हूं, ऐसे में अनियमित दिनचर्या के चलते मेरा खानपान भी प्रभावित होता है और मुझे कई तरह के तनाव से गुजरना पड़ता है. ऐसे में योग करने से मैं एक ओर स्वस्थ रहता हूं, तो वहीं दूसरी ओर योग के साथ ही लाफ्टर थेरेपी से मेरे शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और खूब जोर-जोर से हंसने से फेफड़े भी खुलते हैं और उनमें ताजी हवा पहुंचती है."
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बहुत लाभकारी है लाफ्टर थेरेपी: इधर डॉक्टर भी मानते हैं कि लाफ्टर या हंसने के कारण शरीर में कई तरह से सकारात्मक परिणाम आते हैं, वही हंसने से चेहरे की मांसपेशियों के साथ ही फेफड़े भी खुल जाते हैं. स्वास रोग विशेषज्ञ पराग शर्मा कहते हैं कि "सुबह-सुबह या दिन मे 2 से 4 मिनट भी अगर आप जोर-जोर से हंसते हैं, तो इससे आपके फेफड़ों को फायदा पहुंचता है. आज कल इसी कारण लोग लाफ्टर थेरेपी का भी सहारा ले रहे हैं."