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World Bicycle Day: साइकिलिंग से होती है महिलाओं के दिन की शुरुआत, किसी ने शुगर पर पाया कंट्रोल

भोपाल में महिलाओं का एक ग्रुप ऐसा भी है, जिसने पूरे लॉकडाउन में भी अपने साइकिल के इस शौक को नहीं छोड़ा. तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने साइकिल चलाकर अपनी शुगर की बीमारी को ही खत्म कर दिया.

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Published : Jun 2, 2021, 7:46 PM IST

Women's day starts with cycling
Women's day starts with cycling

भोपाल। साइकिल चलाना सेहत के लिए बहुत लाभकारी होता है. कोरोना काल में कई लोगों का साइकिलिंग की आदत खत्म हो गई. लेकिन भोपाल में महिलाओं का एक ग्रुप ऐसा भी है, जिसने पूरे लॉकडाउन में भी अपने साइकिल के इस शौक को नहीं छोड़ा. तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने साइकिल चलाकर अपनी शुगर की बीमारी को ही खत्म कर दिया.

महिलाओं का ऑफ रोड ग्रुप

आप अगर स्वस्थ रहने के लिए कुछ नहीं करते और केवल एक घंटे ही साइकिल चलाते हैं तो आप कई बीमारियों के मिटाने के साथ साथ शरीर को भी स्वस्थ रख सकते हैं. भोपाल में महिलाओं का ग्रुप ऐसा है जो इस बात को मानकर रोज साइकिलिंग पर निकल जाता है. महिलाओं के इस ग्रुप का नाम है ऑफ रोड ग्रुप. इस ग्रुप की सभी महिलाएं हर दिन सुबह होते ही साइकिलिंग पर निकल जाती है. इनमें से कुछ हाउस वाइफ है, तो कुछ वर्किंग वूमेन लेकिन साइकिल चलाना इन सबका शौक है.

साइकिलिंग से होती है महिलाओं के दिन की शुरुआत

विश्व साइकिल दिवस: करोड़ों की लागत से बना साइकिल ट्रैक हुआ जर्जर

साइकिलिंग से खत्म की शुगर की बीमारी

भोपाल में एक शख्स ऐसे भी हैं जिन्होंने साइकिल चलाकर अपनी शुगर की बीमारी को ही खत्म कर दिया. विकास नायडू पेशे से रियल एस्टेट बिजनेस से जुड़े हैं. एक समय ऐसा था जब इनकी शुगर इतनी थी कि डॉक्टर ने साफ कर दिया था कि ये जिंदगीभर दवाई खाकर ही जिंदा रह सकते हैं. विकास बताते हैं की शुगर इतनी ज्यादा हो जाती थी कि कई बार तो दवाइयों के नशे में बैठे-बैठे ही सो जाते थे. इसके अलावा बॉडी में कोलेस्ट्रॉल भी इतना बढ़ जाता कि चेहरे पर मुहासे ही मुहासे नजर आते थे.

साइकिलिंग से पाया शुगर पर कंट्रोल

इसके बाद विकास ने जिम भी ज्वॉइन की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. आखिर में उन्होंने साइकिलिंग की शुरुआत की. साइकिलिंग का चमत्कारी प्रभाव उन्हें अपने शरीर पर नजर आने लगा और धीरे-धीरे विकास ने न सिर्फ अपने शरीर के शुगर लेवल को कंट्रोल कर लिया बल्कि शुगर की बीमारी को भी खत्म कर लिया.

भोपाल। साइकिल चलाना सेहत के लिए बहुत लाभकारी होता है. कोरोना काल में कई लोगों का साइकिलिंग की आदत खत्म हो गई. लेकिन भोपाल में महिलाओं का एक ग्रुप ऐसा भी है, जिसने पूरे लॉकडाउन में भी अपने साइकिल के इस शौक को नहीं छोड़ा. तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने साइकिल चलाकर अपनी शुगर की बीमारी को ही खत्म कर दिया.

महिलाओं का ऑफ रोड ग्रुप

आप अगर स्वस्थ रहने के लिए कुछ नहीं करते और केवल एक घंटे ही साइकिल चलाते हैं तो आप कई बीमारियों के मिटाने के साथ साथ शरीर को भी स्वस्थ रख सकते हैं. भोपाल में महिलाओं का ग्रुप ऐसा है जो इस बात को मानकर रोज साइकिलिंग पर निकल जाता है. महिलाओं के इस ग्रुप का नाम है ऑफ रोड ग्रुप. इस ग्रुप की सभी महिलाएं हर दिन सुबह होते ही साइकिलिंग पर निकल जाती है. इनमें से कुछ हाउस वाइफ है, तो कुछ वर्किंग वूमेन लेकिन साइकिल चलाना इन सबका शौक है.

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साइकिलिंग से खत्म की शुगर की बीमारी

भोपाल में एक शख्स ऐसे भी हैं जिन्होंने साइकिल चलाकर अपनी शुगर की बीमारी को ही खत्म कर दिया. विकास नायडू पेशे से रियल एस्टेट बिजनेस से जुड़े हैं. एक समय ऐसा था जब इनकी शुगर इतनी थी कि डॉक्टर ने साफ कर दिया था कि ये जिंदगीभर दवाई खाकर ही जिंदा रह सकते हैं. विकास बताते हैं की शुगर इतनी ज्यादा हो जाती थी कि कई बार तो दवाइयों के नशे में बैठे-बैठे ही सो जाते थे. इसके अलावा बॉडी में कोलेस्ट्रॉल भी इतना बढ़ जाता कि चेहरे पर मुहासे ही मुहासे नजर आते थे.

साइकिलिंग से पाया शुगर पर कंट्रोल

इसके बाद विकास ने जिम भी ज्वॉइन की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. आखिर में उन्होंने साइकिलिंग की शुरुआत की. साइकिलिंग का चमत्कारी प्रभाव उन्हें अपने शरीर पर नजर आने लगा और धीरे-धीरे विकास ने न सिर्फ अपने शरीर के शुगर लेवल को कंट्रोल कर लिया बल्कि शुगर की बीमारी को भी खत्म कर लिया.

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