भोपाल। कोरोना संक्रमण के कारण हुए लॉकडाउन के कारण हर कोई घरों में कैद था, वहीं अनलॉक के बाद से ही लोग परिवार के साथ पिकनिक मनाने के लिए पर्यटक स्थलों पर पहुंच रहे हैं. वहीं प्रदेश में कुछ जिलों में बारिश जमकर हुई है भोपाल में भी बारिश के कारण आसपास के डैम, नदी नाले पानी से भरे हुए हैं. कई जगहों पर झरने का नाजारा देखने के लिए भी लोग पहुंच रहे हैं जहां सरेआम कोरोना संक्रमण के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है.
वहीं लोग पिकनिक स्थल को कैमरे में कैद करने के लिए किसी भी हद तक जा रहे हैं और हादसों का शिकार हो रहे हैं. ऐसा ही एक मामला भोपाल से सामने आया है, जहां भोपाल की रहने वाली एक महिला सेल्फी ले रही थी, तभी उसका पैर फिसल गया और वह पानी के तेज बहाव में बह गई जिसकी तलाश पुलिस कर रही है.
करारिया थाना पुलिस के अनुसार भोपाल के कोलार क्षेत्र में रहने वाले डॉ. उत्कर्ष मिश्रा वीणावादिनी कॉलेज में आयुर्वेदिक डॉक्टर हैं. उनकी शादी 9 साल पहले हुई थी और उनके दो बच्चे हैं, रविवार को वह अपनी पत्नी के साथ हलाली डैम पर घूमने फिरने के लिए गए थे.
इस दौरान उन्होंने काफी जगह पर रुक कर फोटो खींची, फोटो खींचते दोनों वेस्टवेयर क्षेत्र में चले गए. फोटो खींचने के बाद पति अपने मोबाइल पर मैसेज देखने लगा और बीवी सेल्फी ले रही थी, तभी अचानक महिला का पैर फिसल गया और वह पानी के तेज बहाव में बहती चली गई.
पति उत्कर्ष मिश्रा ने तत्काल इस घटना की सूचना करारिया थाने को दी. जहां मौके पर पहुंचकर पुलिस ने महिला को ढूंढने का अभियान चलाया, लेकिन सफलता नहीं मिली. वहीं आज सुबह से फिर तलाश शुरु की गई है, क्योंकि जिस क्षेत्र में महिला पानी में डूबी उस जगह पर रात में किसी को ढूंढना काफी मुश्किल था.
बता दें वर्तमान समय में हलाली डैम के वेस्ट वेयर पर काफी संख्या में लोग घूमने आते हैं यहां पर करीब 3 फीट से अधिक पानी भरा रहता है साथ ही पानी की गति भी काफी तेज रहती है और हलाली डैम पर सुरक्षा के कोई भी इंतजाम नहीं है.
इस क्षेत्र में बिना किसी रोक-टोक के लोग पिकनिक मनाने आते हैं, क्षेत्र में पानी अत्यधिक मात्रा में जमा हो जाने के कारण पत्थरों पर काई जम जाती है जिसकी वजह से अक्सर लोगों का पैर फिसल जाता है.
पिछले साल भी हलाली डैम में पिकनिक मनाने आए चार लोगों की मौत हो गई थी, हालांकि इस क्षेत्र में कभी-कभी सलामतपुर पुलिस समय-समय पर दौरा करती है, लेकिन क्षेत्र दूर होने की वजह से पुलिसकर्मी भी दिन में एक बार आकर लोगों को समझाइश देकर वापस चले जाते हैं.