भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र को स्थगित कर दिया गया है. तीन दिवसीय सत्र को स्थगित करने का कारण कोरोना संक्रमण है. सोमवार यानि 28 दिसंबर से तीन दिनों के लिए शीतकालीन सत्र का आयोजन होने वाला था. रविवार को विधानसभा में हुई सर्वदलीय बैठक में कोरोना संक्रमण को देखते हुए सत्र स्थगित करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है. अब सरकार अध्यादेश के जरिए अनुपूरक बजट और धर्म स्वातंत्र्य विधायक 2020 लेकर आएगी.
अब फरवरी में आएगा बजट सत्र
रविवार को विधानसभा सत्र को लेकर विधानसभा में सर्वदलीय बैठक बुलाई गई. इस बैठक में प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा, विपक्ष के नेता कमलनाथ शामिल हुए. करीब 45 मिनट हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि विधानसभा सचिवालय, विधानसभा परिसर के कर्मचारियों और विधायकों के पॉजिटिव आने के बाद सत्र को स्थगित कर दिया जाए.
संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि 54 से ज्यादा कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं. वही 10 विधायक भी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. इसे देखते हुए सर्वसम्मति से सत्र को स्थगित करने का निर्णय लिया गया है.
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विधायकों के सवालों के लिए बनेगी कमेटी
सर्वदलीय बैठक में विपक्ष नेता कमलनाथ ने एक सुझाव रखा. ये सुझाव विधानसभा सत्र के दौरान विधायक जो सवाल पूछते हैं, उससे जुड़ा हुआ था. उन्होंने सत्र में पूछे जाने वाले सवालों के लिए समिति बनाकर विचार करने का सुझाव रखा. जिसे स्वीकार करते हुए तय किया गया है कि विधानसभा में विधायकों द्वारा पूछे गए सवालों पर एक कमेटी गठित होगी. ये कमेटी विभाग बार सवालों के आधार पर बैठक कर चर्चा करेगी. बैठक में संबंधित विभाग के मंत्री, विधायक और सत्ता पक्ष के नेता शामिल होंगे.
सर्वदलीय बैठक में शामिल हुए बसपा विधायक संजीव कुशवाहा ने कहा कि समिति बनाकर विधायकों के सवाल पर विचार होगा. इससे क्षेत्र की समस्याएं दूर की जा सकेंगी.
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अध्यादेश के जरिए लाया जाएगा धर्म स्वातंत्र्य विधेयक
विधानसभा सत्र के तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र में सरकार अनुपूरक बजट सहित कई विधायक लेकर आने वाली थी. संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा के मुताबिक अब यह अनुपूरक और विधेयक अध्यादेश के जरिए लाए जाएंगे. धर्म स्वातंत्र्य विधेयक 2020 भी अब अध्यादेश के जरिए लाया जाएगा.
टला विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव
शीतकालीन सत्र में विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चयन भी किया जाना था. विधानसभा सत्र स्थगित होने से अब विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव भी टल गया है. विधानसभा का अगला सत्र अब 2021 के फरवरी महीने में संभावित है. अब इसका चुनाव अगले विधानसभा सत्र में ही होगा.