भोपाल। मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार अपना पहला बजट पेश करने जा रही है, जो लेखानुदान होगा. हालांकि इस लेखानुदान से भी प्रदेश की जनता को खासी उम्मीदें हैं. माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के चलते चार महीने के इस लेखानुदान में भी ऐसी कई योजनाओं के लिए राशि का इंतजाम किया जाएगा जो किसानों और युवाओं के लिए फायदेमंद होंगी. आर्थिक जानकार मानते हैं कि प्रदेश की आर्थिक स्थिति हद से ज्यादा खराब है. प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय देश की प्रति व्यक्ति आय से आधी है.
जानकार मानते हैं कि प्रदेश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें सबसे ज्यादा हैं, जिन्हें कम करने की ओर सरकार को ध्यान देना चाहिए. माना जा रहा है कि इस लेखानुदान में किसानों से संबंधित घोषणाओं के लिए राशि का प्रावधान भी किया जाएगा.
हालांकि वित्त मंत्री का कहना है कि पूर्ण बजट की बजाय 4 महीने के खर्च के लिए लेखानुदान लाया जाएगा, जिसमें किसान, कर्मचारी, वृद्धों और युवाओं से किये गए वादों का ध्यान रखा जाएगा. प्रदेश सरकार भले ही चार महीने के खर्च के लिए 89 हजार करोड़ का लेखानुदान पास करा रही हो, लेकिन प्रदेश की जनता इस बात पर नजर गढ़ाए बैठी है कि क्या सूबे में हाल ही में बदली सरकार अपने वचन पत्र के वचन पूरे कर उनकी किस्मत बदलेगी.