भोपाल। राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने पूर्व पीएस हेल्थ मामले में प्रशासन द्वारा मानवाधिकार आयोग को सौंपी गई रिपोर्ट पर आपत्ति जताई है, एडवोकेट रविकांत पाटीदार ने आपत्ति में कहा है कि प्रशासन ने जो रिपोर्ट पेश की है. उसमें तथ्यों को छिपाया गया है.
प्रमुख सचिव सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की लापरवाही की वजह से भोपाल में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं. स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव रहीं पल्लिवी जैन गोविल ने विदेश से लौटे बेटे की ट्रवेल हिस्ट्री छिपाई है. साथ ही रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद भी वे अस्पताल में एडमिट नहीं हुईं थीं और वे विभागीय काम करती रहीं.
इसी तरह स्वास्थ्य विभाग के संचालक जे विजय कुमार ने भी अपनी ट्रवेल हिस्ट्री छिपाई है. एक अन्य डॉक्टर रूबी खान प्रशासन अकादमी के हॉस्टल में रूकी रहीं. इन सभी ने केन्द्र सरकार की गाइडलाइन की अनदेखी की. जिसके चलते बड़ी संख्या में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी-अधिकारी कोरोना की चपेट में आ गए हैं. तन्खा की शिकायत पर आयोग ने जिला प्रशासन और मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था.