भोपाल। राज्य सरकार अब प्रदेश के 53 हजार गांवों का गजेटियर तैयार करने जा रही है. गजेटियर तैयार करने का काम ग्राम गौरव दिवस के रूप में किया जाएगा. इसकी शुरूआत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने ग्राम जैत से की है. इसको लेकर कैबिनेट की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने सभी मंत्रियों को गांव का जन्मदिन मनाने और किसी एक गांव में शामिल होने के निर्देश दिए हैं. सीएम ने कहा कि अगली बैठक के पहले सभी मंत्री अपना स्थान तय करके बता दें.
पंचायत विभाग ने जारी किए निर्देश
प्रदेश के सभी गांवों का जन्मदिन गौरव दिवस के रूप में मनाने के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव ने सभी कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ को निर्देश जारी किए हैं. इसमें कहा गया है कि ग्राम सभा की बैठक बुलाकर ग्राम गौरव दिवस तय करने के लिए गांव के किसी ऐतिहासिक दिन को, गांव के किसी महापुरूष, स्वतंत्रता सेनानी या राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त महिला-पुरूष के जन्म दिन को ग्राम गौरव दिवस के रूप में तय किया जा सकेगा. गांव से बाहर रहने वाले व्यक्ति को जिला स्तर पर तैयार किए गए आमंत्रण पत्र के जरिए बुलाया जाएगा. ग्राम सभा की बैठक में ग्राम विकास की आगे की रणनीति और विकास की रूपरेखा तय की जाएगी. विभाग ने सभी कलेक्टर को निर्देश दिए हैं कि पुराने अभिलेख, गजेटियर, बीसीएनवी तथा तहसीलों के अभिलेख के जरिए हर ग्राम पंचायत का गजेटियर विकसित किया जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा- सभी मंत्री तय करें गांव
गांव के गौरव दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेने को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट बैठक में सभी मंत्रियों को निर्देश दिए हैं. सीएम शिवराज ने कहा कि सभी मंत्री एक गांव और तारीख तय कर लें और अगली बैठक के पहले इसकी जानकारी दें. मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव के जन्मदिन के मौके पर गांव के रहने वाले और दूसरे स्थानों पर बस चुके लोगों को बुलाया जाए और गांव के विकास की रूपरेखा तैयार की जाए.
(village pride day) (Shivraj Cabinet Meeting)