भोपाल। मध्य प्रदेश के प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर छत्तीसगढ़ में चल रही ईडी की कार्रवाई पर सवाल पूछा है. उन्होंने कहा है कि महादेव सट्टा एप के प्रमोटर्स क्यों और किसके जरिए छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव में फंडिंग करने की तैयारी कर रहे थे. उन्होंने इस पूरे मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी कई सीधे सवाल किए हैं.
उनका कहना है कि महादेव सट्टा एप को चलाने वाले विदेश में बैठकर हवाला के जरिए यह पैसा छत्तीसगढ़ पहुंच रहे हैं. एक आदमी जिसकी कर में बड़ी मात्रा में पैसा बरामद हुआ है, उससे पूछताछ में कुछ बड़े खुलासे हुए हैं. अभी इस पूरे मामले में कुछ और भी खुलासे होंगे, क्योंकि इस पूरे मामले में ईडी की तरफ से काफी संख्या में लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ चल रही है.
ईडी को मिली खुफिया जानकारी: 2 नवंबर 2023 को प्रवर्तन निदेशालय को एक खुफिया जानकारी मिली. इसके अनुसार 7और 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर महादेव एप के प्रमोटर्स छत्तीसगढ़ में बड़ी मात्रा में नगदी भेज रहे हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने होटल ट्रिडेंट और एक अन्य जगहों पर तलाशी ली. भिलाई और सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के चुनावी खर्चो के लिए बड़ी मात्रा में नगदी संयुक्त अरब अमीरात से भेजी गई है.
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इस मामले में एक कैशियर असीम दास को डिटेन किया गया. प्रवर्तन निदेशालय को 5 करोड़ 39 लाख की नगद राशि असीम दास से जब्त की है.इसके अलावा पूछताछ में असीम दास ने स्वीकार किया है कि जप्त की गई पूरी राशि महादेव एप के प्रमोटर्स की तरफ से छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के खर्चों के लिए एक राजनेता, जो कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बघेल हैं, उनको देने की व्यवस्था की गई थी.
कुछ बेनामी बैंक खातों का भी पता लगा: प्रवर्तन निदेशालय ने महादेव एप के कुछ बेनामी बैंक खातों का भी पता लगाया है. इसमें 15.59 करोड रुपए की राशि को फ्रिज किया गया है. प्रवर्तन निदेशालय ने असीम दास को गिरफ्तार किया है. इस सट्टेबाजी सिंडिकेट के प्रमोटर्स विदेश में बैठे हैं. अपने दोस्तों और सहयोगियों के माध्यम से भारत में हजारों पैनल चलाने का जो काम किया है, खासकर यह लोग छत्तीसगढ़ से हैं.
उन्होंने इस ऐप के माध्यम से हजारों करोड़ रुपए कमाए हैं. इस पूरे मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने पहले ही चार लोगों को गिरफ्तार किया है. 450 करोड रुपए से अधिक की अपराधिक आय जप्त कर ली है. इस पूरे मामले में 14 आरोपी लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.