भोपाल। जिला न्यायालय से शनिवार को मानहानि के मामले में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को जमानत मिलने के बाद वीडी शर्मा ने दिग्विजय सिंह पर फिर हमला बोला है. भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ मानहानि का आरोप लगाया था. जमानत को लेकर वीडी शर्मा ने कहा कि उन पर मानहानि का केस किया था. 5 दिसंबर को कोर्ट ने उन पर एफआईआर के आदेश दिए थे, आज उन्होंने उस पेशी में जमानत ली है. लेकिन उन्हें उस वक्तव्य पर जवाब देना होगा.
व्यापम मामले में वीडी शर्मा पर आरोप: 7 साल पहले व्यापमं मामले में BJP के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने दिग्विजय सिंह के खिलाफ मानहानि का केस कराया था. मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि "दिग्विजय सिंह के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज किया था. दिग्विजय सिंह ने 4 जुलाई 2014 को मीडिया के सामने उनके खिलाफ आरोप लगाते हुए कहा था कि वीडी शर्मा एबीवीपी के महामंत्री रहे हैं, उनके द्वारा आरएसएस और व्यापम के बीच में बिचौलिए का काम किया गया है. जिसका प्रकाशन समाचार पत्रों में हुआ था जिसको आमजन द्वारा पढ़ा गया और आम जनता के बीच में उनकी इन आरोपों के कारण छवि धूमिल हुई थी. जिससे व्यथित होकर वीडी शर्मा ने कोर्ट के सामने मानहानि का मुकदमा दायर कर सबूत पेश किए थे."
शर्मा ने कहा कि दुर्भाग्य इस बात है कि ऐसे लोगों को इसमें ही आनंद आता है, उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर इस तरह के केस कई राज्यों में चल रहे हैं इसलिए इस प्रकार की छल कपट की राजनीति करने के आधार पर अपने आप को बनाए रखने का शौक है इसके लिए उनको मुबारकवाद देता हूं. लेकिन अब ये देश और समाज अप्रासंगिक हुई कांग्रेस के इस प्रकार के नेतृत्व के झूठ और छल कपट की राजनीति को जनता और न्यायालय भी देख रहा है. न्यायालय इसको ठीक भी करेगा.
Bhopal Digvijay Singh: मानहानि के केस में दिग्गी राजा को मिली जमानत, अगली सुनवाई 20 मार्च को
दिग्विजय सिंह को मिली जमानत: भोपाल कोर्ट से जमानत मिलने के बाद दिग्विजय सिंह ने कहा कि “मेरे खिलाफ 4 राज्यों में मानहानि के केस चल रहे हैं, क्योंकि इनके पास और कुछ तो है नहीं, इसलिए मैंने अपनी जमानत करा ली, ये सारी वो चिट्ठियां हैं जो मैने 2014-15 में इसके बाद में लिखी जिसके ऊपर अब केस रजिस्टर हुआ है और इस प्रकरण में तो जो हमारी मांग थी CBI जांच की वो स्वीकार हुई है, लेकिन कई लोग ऐसे हैं जो कि आरोपी है, लेकिन आज तक शिवराज सिंह सरकार ने उनको हटाया नहीं है, सरकारी मकानों में रह रहे हैं, यह सब मिलीभगत शिवराज सिंह चौहान और उनके दलालों की है जिन्होंने इस प्रदेश को लूटा है."