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SC-ST विरोधी मानसिकता की है कांग्रेस, आरक्षण का स्वागत करना चाहिए: वीडी शर्मा

प्रदेश में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव के लिए आरक्षण की प्रक्रिया चल रही है. इस दौरान छिंदवाड़ा में अनुसूचित जनजाति को आरक्षित कर दिया गया है. इस पर कांग्रेस ने विरोध जताया है. जिसको लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने बयान देते हुए कहा है कि कांग्रेस अनुसूचित जन जाति की विरोधी है.

mp BJP president VD Sharma
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा
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Published : Dec 9, 2020, 3:51 PM IST

भोपाल। प्रदेश के नगरीय निकाय चुनावों में हुए आरक्षण को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने एक बयान देते हुए पूर्व सीएम कमलनाथ और कांग्रेस को SC-ST विरोधी मानसिकता का बताया है. दरअसल, बुधवार को प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव के लिए आरक्षण की घोषणा की गई है. छिंदवाड़ा नगर निगम को अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित किया गया है. छिंदवाड़ा पूर्व सीएम कमलनाथ का गृह जिला है. वहां अनुसूचित जनजाति को आरक्षित करने पर उन्होंने विरोध जताया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का कहना है कि सभी आरक्षण नियम अनुसार हुए हैं. कांग्रेस को ऐसे आरक्षण का स्वागत करना चाहिए था जबकि वे इसका विरोध कर रही है.

SC-ST विरोधी मानसिकता की है कांग्रेस

अनुसूचित जन जाति की विरोधी है कांग्रेस- वीडी शर्मा

प्रदेश में निकाय चुनाव को लेकर आरक्षण संपन्न हुए हैं. इस दौरान छिंदवाड़ा नगर निगम अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित की गई है. कांग्रेस ने आरक्षण प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह नियम विरुद्ध आरक्षण किया गया है. इसके जवाब में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि कांग्रेस का यह बयान उनकी अनुसूचित जाति विरोधी मानसिकता को दर्शाता है. आरक्षण प्रक्रिया के अनुसार ही हुआ है. किसी भी निकाय में आरक्षण, वहां की जनसंख्या के आंकड़ों पर होता है. छिंदवाड़ा में 3. 44 फीसदी जनसंख्या अनुसूचित जनजाति की है. इसी आधार पर आरक्षण का फैसला भी हुआ है. ऐसे में कांग्रेस को इस फैसले का स्वागत करना चाहिए था न कि उसका विरोध.

पढ़ें- दिग्विजय के 'गिनीपिग' वाले बयान पर बोले कैलाश विजयवर्गीय, 'जब ज्ञान न हो तो नहीं बोलना चाहिए'

कोशिश होगी गैर विधायक हो महापौर उम्मीदवार

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि निकाय आरक्षण के बाद अब पार्टियों ने महापौर पद के लिए चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. हमारी कोशिश होगी कि गैर विधायक व्यक्ति महापौर पद का उम्मीदवार हो. प्रदेश अध्यक्ष के इस बयान से यह माना जा रहा है कि गैर विधायक को ही महापौर के लिए उम्मीदवार बनाया जाएगा. ऐसे में राजधानी भोपाल में भी महापौर पद के लिए पूर्व महापौर और BJP विधायक कृष्णा गौर उम्मीदवार के तौर पर देखी जा रही हैं. और अगर पार्टी गैर विधायक को अपना उम्मीदवार बनाएगी तो कहीं ना कहीं कृष्णा गौर भी इस दौड़ से बाहर रहेंगे.

पढ़ें- कोविड 19 से ठीक होने के बाद लोगों में दिख रहा साइड इफेक्ट, CM शिवराज ने दिए यह निर्देश

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के इस बयान को उस घटना से भी जोड़कर देखा जा रहा है, जब वीडी शर्मा का नाम विधानसभा चुनाव के समय भोपाल की गोविंदपुरा सीट से उम्मीदवार के तौर पर चल रहा था. उस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के निवास पर भोपाल के बीजेपी नेताओं ने बैठक की थी. और बाहरी को भोपाल में एंट्री नहीं देने पर सब ने सहमति जताई थी. कृष्णा गौर गोविंदपुरा विधानसभा सीट से अपनी दावेदारी चला रही थीं. ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष का बयान कहीं ना कहीं यह भी दिखाता है कि वह कृष्णा गौर को भोपाल से महापौर उम्मीदवार नहीं होने देंगे.

भोपाल। प्रदेश के नगरीय निकाय चुनावों में हुए आरक्षण को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने एक बयान देते हुए पूर्व सीएम कमलनाथ और कांग्रेस को SC-ST विरोधी मानसिकता का बताया है. दरअसल, बुधवार को प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव के लिए आरक्षण की घोषणा की गई है. छिंदवाड़ा नगर निगम को अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित किया गया है. छिंदवाड़ा पूर्व सीएम कमलनाथ का गृह जिला है. वहां अनुसूचित जनजाति को आरक्षित करने पर उन्होंने विरोध जताया है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का कहना है कि सभी आरक्षण नियम अनुसार हुए हैं. कांग्रेस को ऐसे आरक्षण का स्वागत करना चाहिए था जबकि वे इसका विरोध कर रही है.

SC-ST विरोधी मानसिकता की है कांग्रेस

अनुसूचित जन जाति की विरोधी है कांग्रेस- वीडी शर्मा

प्रदेश में निकाय चुनाव को लेकर आरक्षण संपन्न हुए हैं. इस दौरान छिंदवाड़ा नगर निगम अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित की गई है. कांग्रेस ने आरक्षण प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह नियम विरुद्ध आरक्षण किया गया है. इसके जवाब में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि कांग्रेस का यह बयान उनकी अनुसूचित जाति विरोधी मानसिकता को दर्शाता है. आरक्षण प्रक्रिया के अनुसार ही हुआ है. किसी भी निकाय में आरक्षण, वहां की जनसंख्या के आंकड़ों पर होता है. छिंदवाड़ा में 3. 44 फीसदी जनसंख्या अनुसूचित जनजाति की है. इसी आधार पर आरक्षण का फैसला भी हुआ है. ऐसे में कांग्रेस को इस फैसले का स्वागत करना चाहिए था न कि उसका विरोध.

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कोशिश होगी गैर विधायक हो महापौर उम्मीदवार

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि निकाय आरक्षण के बाद अब पार्टियों ने महापौर पद के लिए चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. हमारी कोशिश होगी कि गैर विधायक व्यक्ति महापौर पद का उम्मीदवार हो. प्रदेश अध्यक्ष के इस बयान से यह माना जा रहा है कि गैर विधायक को ही महापौर के लिए उम्मीदवार बनाया जाएगा. ऐसे में राजधानी भोपाल में भी महापौर पद के लिए पूर्व महापौर और BJP विधायक कृष्णा गौर उम्मीदवार के तौर पर देखी जा रही हैं. और अगर पार्टी गैर विधायक को अपना उम्मीदवार बनाएगी तो कहीं ना कहीं कृष्णा गौर भी इस दौड़ से बाहर रहेंगे.

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बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के इस बयान को उस घटना से भी जोड़कर देखा जा रहा है, जब वीडी शर्मा का नाम विधानसभा चुनाव के समय भोपाल की गोविंदपुरा सीट से उम्मीदवार के तौर पर चल रहा था. उस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के निवास पर भोपाल के बीजेपी नेताओं ने बैठक की थी. और बाहरी को भोपाल में एंट्री नहीं देने पर सब ने सहमति जताई थी. कृष्णा गौर गोविंदपुरा विधानसभा सीट से अपनी दावेदारी चला रही थीं. ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष का बयान कहीं ना कहीं यह भी दिखाता है कि वह कृष्णा गौर को भोपाल से महापौर उम्मीदवार नहीं होने देंगे.

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