भोपाल। राजधानी भोपाल स्थित वन विहार राष्ट्रीय उद्यान को मंगलवार को 27 साल हो गए हैं. 24 नवंबर 1994 को इसे एक मीडियम साइज जू का दर्जा दिया गया था. जू के 27 साल पूरे होने के अवसर पर आज वन विहार में वन्यजीव और पर्यावरण जागरूकता के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए गए. वन विहार में वर्ड वाचिंग कैंप और नेचर वॉक का आयोजन किया गया. जिसमें लगभग 62 पक्षी प्रेमी प्रतिभागियों ने भाग लिया.
पक्षी प्रेमियों ने किंगफिशर, वूली नेक स्टार्क, ड्रॉनगों, सिल्वर बिल मुनिया, रॉबिन, कार्मोरेट, लेसर विस्लिंग टील, इग्रेट, रेड मुनिया, ग्रीन बी ईटर, बुलबुल, ब्लैक रेड स्टार्ट, ऐशी प्रिनिया, पक्षियों का अवलोकन किया. साथ ही वन विहार में नए बने तितली पार्क में तितली की विभिन्न प्रजातियों का अवलोकन भी किया. इसके अलावा एनिमल की परत के साथ परिचर्चा भी आयोजित की गई. जिसमें 58 प्रतिभागियों ने भाग लिया. परिचर्चा में एनिमल की बस ने प्रतिभागियों को भालू, बाघ, तेंदुआ, गौर और सांपों की देखभाल उनके खान-पान और उपचार आदि के बारे में जानकारी दी गई.
बता दें कि 26 जनवरी 1983 को वन विहार को राष्ट्रीय उद्यान घोषित की गई थी. इसके बाद 24 नवंबर 1994 को इसे जू का दर्जा प्राप्त हुआ. यह पहली बार है जब 27 साल बाद वन विहार प्रबंधन ने जू मान्यता दिवस का आयोजन किया. ताकि लोगों में वन्यजीव व पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा हो सके और वह ज्यादा से ज्यादा वन्य प्राणियों पशु पक्षियों के बारे में जान सकें.