भोपाल। महा वैक्सीनेशन अभियान (Vaccination Mahaabhiyan) के दूसरे चरण के पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj singh chouhan) ने क्राइसिस मैनेजमेंट (Crisis management) समूह को संबोधित किया. मुख्यमंत्री ने संबोधन के दौरान कलेक्टरों को निर्देश दिया कि उनके पास ऐसे लोगों की सूची होनी चाहिए, जिन्हें कोरोना का पहला और दूसरा टीका अभी तक नहीं लगा है. यह सूची निचले स्तर तक पहुंचे ताकि घर-घर लोगों से संपर्क किया जा सके. सीएम ने कहा कि सितंबर माह के आखिरी दिन तक वैक्सीन का पहला डोज 100 फीसदी लोगों को लग जाना चाहिए. दरअसल, एमपी में 25 और 26 अगस्त को वैक्सीनेशन का महा अभियान चलाया जाएगा.
चुनाव जैसी तैयारियां वैक्सीनेशन में करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह वोटिंग के लिए निकलते हैं, उसी तरह टीकाकरण के लिए लोगों को घरों से निकालने के काम में जुट जाएं. घर-घर संपर्क का काम स्थानीय टीम करेंगी. इसमें समाजसेवी और स्वयंसेवी संस्थाएं भी जुटें. सुबह 9 बजे टीमें निकले और लोगों को घरों से वैक्सीनेशन सेंटर तक लेकर आएं. दिव्यांगों बुजुर्गों को विशेष रूप से टीकाकरण केंद्र तक वाहनों से लाया जा सकता है. ऐसे लोग आने-जाने की समस्या के चलते वैक्सीनेशन से वंचित न रह जाएं. मुख्यमंत्री ने कहा कि सांसद जनप्रतिनिधि वैक्सीनेशन सेंटर का शुभारंभ करें. वहीं संबंधित अधिकारी लगातार वैक्सीनेशन महाअभियान का निरीक्षण करें.
वैक्सीन लगवाओ और टीवी, फ्रीज, कूलर ले जाओ! महा अभियान में वैक्सीन लगवाने वाले 100 लोगों की खुलेगी किस्मत
सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन वाले जिले होंगे पुरस्कृत
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें उम्मीद है कि वैक्सीनेशन महाअभियान एक बार फिर सफलता के नए रिकॉर्ड स्थापित करेगा. जनभागीदारी का मॉडल पूरे देश में टीकाकरण में अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करेगा. पिछली बार भी हमने पुरस्कार दिए थे. पहले दूसरे और तीसरे पुरस्कार के रूप में जिलों को पुरस्कृत किया गया था. इस बार भी बेहतर टीकाकरण कराने वाले जिलों को पुरस्कृत किया जाएगा. सभी परिश्रम की पराकाष्ठा करें और ज्यादा से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन कराएं. इस दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया जाए.
वैक्सीनेशन को लेकर बनाई गई रणनीति
वैक्सीनेशन महा अभियान के लिए बनाई गई रणनीति के अनुसार, 25 अगस्त को 20 लाख लोगों को पहला और दूसरा डोज और 26 अगस्त को 10 लाख लोगों को दूसरा डोज प्राथमिकता से देने का निर्णय लिया गया है. अगस्त माह में भारत सरकार से प्राप्त करीब 74.7 डोज में से 73.9 लाख डोज की खपत हो चुकी है. प्रदेश में करीब 4 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है.