भोपाल। मध्य प्रदेश में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव एक बार फिर टल गए हैं. राज्य निर्वाचन आयोग ने जानकारी देते हुए कहा कि कोरोना महामारी के मद्देनजर नगरीय निकाय चुनाव को टाल दिया गया है. अब निकाय चुनाव और त्रीस्तरीय पंचायतों के चुनाव को लेकर तारीखों का ऐलान फरवरी माह में किया जा सकता है.
20 फरवरी के बाद हो सकते हैं निकाय चुनाव
माना जा रहा था कि आज नगरीय निकाय और त्री-स्तरीय पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान होगा, लेकिन अब फरवरी माह तक नगरीय निकाय चुनाव को टाल दिया गया है. राज्य निर्वाचन आयोग ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना महामारी के मद्देनजर नगरीय निकाय चुनाव को स्थगित किया गया है. अब 20 फरवरी के बाद नगरीय निकाय चुनाव की तारीखों की घोषणा की जा सकती है.
फरवरी 2020 में खत्म हो गया था कार्यकाल
प्रदेश के 16 नगर निगम और नगर पालिका परिषदों का कार्यकाल फरवरी 2020 में ही खत्म हो गया था, लेकिन वैश्विक महामारी के चलते नगरीय निकाय चुनाव को टाल दिया गया था. अब कार्यकाल समाप्त होने को पूरा एक साल हो गया है. माना जा रहा था कि दिसंबर माह में ही नगरीय निकाय चुनाव आयोजित किए जाएंगे, लेकिन अब फरवरी 2021 के अंत में ही नगरीय निकाय चुनाव को लेकर तारीखों की घोषणा की जाएगी.
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निकाय चुनाव के लिए संपन्न हुई आरक्षण की प्रक्रिया
मध्य प्रदेश में प्रस्तावित नगरीय निकाय चुनाव के लिए आरक्षण की प्रक्रिया 9 दिसंबर को संपन्न हुई. राजधानी भोपाल के रवींद्र भवन में आयोजित हुई इस प्रक्रिया में प्रदेश की सभी नगर निगम, नगर पालिका परिषद और नगर परिषद के आरक्षण की प्रक्रिया संपन्न कराई गई. गौरतलब है कि वार्ड आरक्षण की प्रक्रिया पहले ही संपन्न करा ली गई थी.
9 दिसंबर को भोपाल में संपन्न हुई महापौर और अध्यक्ष पद के लिए आरक्षण प्रक्रिया
प्रदेश के नगर पालिक निगम, नगर पालिका और नगर परिषदों के चुनाव के लिए महापौर और अध्यक्ष पद के आरक्षण की कार्रवाई 9 दिसंबर को संपन्न हुई. यह प्रक्रिया 407 नगरीय निकायों के लिए संपन्न हुई, जिसमें 16 नगर निगम, 99 नगर पालिका और 292 नगर परिषद थे.