भोपाल/नई दिल्ली। कोरोना काल के बीच केंद्रीय कैबिनेट की एक बार फिर अहम बैठक हुई है, ये बैठक प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में पीएम आवास पर संपन्न हुई, साथ ही कैबिनेट मीटिंग में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. आज की मीटिंग में कृषि और किसान को बड़ी सौगातें मिली हैं. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोंमर ने कहा कि, पिछले 6 सालों में लगातार पीएम मोदी की कोशिश रही है कि, कैबिनेट के फैसलों का केंद्र गांव, गरीब और किसान रहे. उन्होंने कहा कि, बीते सालों में गांवों के विकास और किसानों की समृद्धि की दृष्टि से अनेक निर्णय लिए गए हैं.
'वन नेशन, वन मार्केट' का एलान
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि, कैबिनेट में किसानों के हित में फैसले लिए गए हैं और आज कृषि के क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक दिन है. मंत्री तोमर ने कहा कि, किसानों के लिए 'वन नेशन, वन मार्केट' का एलान किया गया है. आवश्यक वस्तु अधिनियम कानून में किसान हितैषी सुधार किए गए हैं. आज कृषि उत्पादों की बहुतायत है, इसलिए ऐसे बंधनों वाले कानून की जरूरत नहीं थी. मंत्री तोमर ने कहा कि, आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन किया जा रहा है, ये निश्चित रूप से कृषि उत्पाद के क्षेत्र में एक बड़ा और क्रांतिकारी कदम है. किसान अब कहीं भी अपना उत्पादन बेच सकेंगे. किसानों को ज्यादा दाम में अनाज बेचने की अनुमति मिली है.
किसान कहीं भी बेच सकते हैं फसल
कृषि मंत्री ने कहा कि, एपीएमसी, मंडियां रहेंगी. कंपनियां किसानों से डायरेक्ट माल खरीद सकेंगी. इस खरीद और बिक्री पर किसी भी प्रकार का किसी सरकार का कोई टैक्स नहीं होगा. किसानों और खरीददार के बीच वाद-विवाद की सुनवाई स्थानीय स्तर पर होगी. किसानों को सुरक्षा देने के लिए सरकार ने ये कदम उठाए हैं. इलेक्ट्रॉनिक व्यापार के लिए किसानों की राह आसान होगी, किसानों को अब अपनी फसल मंडी में नहीं ले जानी पड़ेगी.