भोपाल। एमपी विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर बीजेपी की जन आशीर्वाद यात्रा आगाज हो गया है, हालांकि जन आशीर्वाद यात्रा में न बुलाए जाने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी फायरब्रांड नेता उमा भारती ने नाराजगी जताई है. उमा भारती ने कहा है कि "जन आशीर्वाद यात्रा में मुझे नहीं बुलाया गया, मुझे निमंत्रण नहीं दिया गया, कोई बात नहीं. अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सरकार बनवाई, तो मैने भी बनवाई है, प्रचार किया है. मेरा ध्यान रखना था, लेकिन नहीं रखा. मुझे तो डर है कि सरकार बनने के बाद यह मुझे पूछेंगे कि नहीं." उधर उमा भारती के इस बयान को लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी पर पलटवार किया है.
उधर इसके पहले वायरल हुआ था उमा का पत्र: उमा भारती के इस बयान के पहले उनका सोशल मीडिया पर एक पत्र भी वायरल हुआ, हालांकि इसको लेकर जब मीडियाकर्मियों ने उसने सवाल किया तो उन्होंने पत्र को लेकर कोई खंडन पेश नहीं किया. वायरल हुआ यह पत्र बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा के नाम है, इसमें 19 सीटों पर उमा ने अपने समर्थकों के लिए टिकट मांगे हैं. पत्र में उमा भारती ने लिखा है कि "कुछ और नाम मैं अगली सूची में दूंगी." इस पत्र में उमा भारती ने सीहोर विधानसभा से गौरव सन्नी महाराज, सागर से दीवान अर्जुन सिंह, छतरपुर बिजावर या राजनगर से बाला पटेल, निवाड़ी से अखिलेश अयाची, पौहरी से नरेन्द्र बिरथरे, भोपाल दक्षिण पश्चिम से शैलेन्द्र शर्मा का नाम टिकट के लिए प्रस्तावित किया है.
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बुजुर्गों का सम्मान नहीं करने वालों को भगवान माफ नहीं करता: उधर बीजेपी की जनआर्शीवाद यात्रा में उमा भारती को न बुलाए जाने और उमा भारती द्वारा इसको लेकर नाराजगी जताए जाने पर कांग्रेस प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने दुखद बताया है. सुरजेवाला ने कहा कि "बीजेपी की आदत सभी नेताओं को अपमानित करने की है, बीजेपी की मोदी सरकार और शिवराज सरकार ने पार्टी के अपने सीनियर नेताओं को दरकिनार कर दिया. जिस प्रधानमंत्री ने अपने गुरू लालकृष्ण आडवानी को एक तरफ कर दिया, जिन्होंने मुरली मनोहर जोशी को रिटायर्ड कर दिया. एक लंबी फेहरिस्त है वैसे हम उनके परिवार पर क्यों टिप्पणी करें, उनका परिवार है वह जानें. लेकिन मैं यह जानता हूं कि हिंदुस्तान की संस्कृति है कि जो अपने बुजुर्गों का तिरस्कार करता है, उसे भगवान भी माफ नहीं करता."